क्या एनडीए में सीट बंटवारा हुआ फाइनल? भाजपा और जदयू 101-101 सीटों पर लड़ेगी बिहार चुनाव

सारांश
Key Takeaways
- एनडीए में सीट बंटवारे की तस्वीर स्पष्ट हो गई है।
- जदयू और भाजपा दोनों 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं।
- सहयोगी दलों को भी सीटें आवंटित की गई हैं।
- प्रदेश की राजनीति में यह चुनाव महत्वपूर्ण मोड़ लाने वाला हो सकता है।
पटना, १२ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सीट बंटवारे की तस्वीर अब स्पष्ट हो गई है। इस चुनाव में जदयू और भाजपा में से कोई बड़ा भाई नहीं होगा, बल्कि दोनों पार्टियां १०१-१०१ सीटों पर चुनाव लडऩे जा रही हैं।
दिल्ली और पटना में सीट बंटवारे को लेकर कई बार बैठकें हुईं, जिसके बाद सीट शेयरिंग पर मुहर लगी।
एनडीए सीट शेयरिंग के अनुसार, भाजपा और जदयू १०१-१०१ सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेंगी, जबकि सहयोगी दल लोजपा (रामविलास) को २९ सीटें और आरएलएम एवं हम को ६-६ सीटें मिली हैं।
भाजपा के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसकी घोषणा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "एनडीए के साथियों ने सौहार्दपूर्ण वातावरण में सीटों का वितरण पूर्ण किया है। जदयू १०१, भाजपा १०१, लोजपा (रामविलास) २९, राष्ट्रीय लोक मोर्चा ६ और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ६।"
उन्होंने आगे लिखा, "एनडीए के सभी दलों के नेता और कार्यकर्ता इस फैसले का स्वागत करते हैं और नीतीश कुमार को प्रचंड बहुमत के साथ पुनः मुख्यमंत्री बनाने के लिए संकल्पित हैं। बिहार तैयार है, फिर से एनडीए सरकार।"
जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने भी इस जानकारी को सोशल नेटवर्किंग साइट 'एक्स' पर शेयर किया है।
बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण ६ नवंबर को और दूसरा चरण ११ नवंबर को होगा। मतगणना १४ नवंबर को होगी। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) (जदयू) के नेतृत्व वाले एनडीए और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच माना जा रहा है।
महागठबंधन एनडीए के नेतृत्व कर रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सत्ता से बेदखल करने की कोशिश कर रहा है। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, लोजपा (रामविलास) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा एनडीए में शामिल हैं। हालांकि, बिहार की चुनावी जंग में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने भी राज्य की सभी २४३ सीटों पर दावा ठोक दिया है।