क्या निफ्टी फाइनेंशियल सर्विस इंडेक्स 2025 की पहली छमाही में 15.5 प्रतिशत बढ़कर सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला क्षेत्र बन गया है?

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क्या निफ्टी फाइनेंशियल सर्विस इंडेक्स 2025 की पहली छमाही में 15.5 प्रतिशत बढ़कर सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला क्षेत्र बन गया है?

सारांश

निफ्टी फाइनेंशियल सर्विस इंडेक्स ने 2025 की पहली छमाही में 15.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ, भारतीय फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर को उत्कृष्टता की नई ऊँचाइयों पर पहुंचा दिया है। जानिए इसके पीछे के कारण और विशेषज्ञों की राय।

Key Takeaways

  • निफ्टी फाइनेंशियल सर्विस इंडेक्स में 15.5 प्रतिशत की वृद्धि।
  • भारतीय फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर का शीर्ष प्रदर्शन
  • इंडेक्स ने 27,305.6 का सर्वकालिक उच्च स्तर छुआ।
  • भू-राजनीतिक तनाव में कमी और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के परिणाम।
  • नए दिशा-निर्देशों से निवेशकों की धारणा में सुधार।

मुंबई, 27 जून (राष्ट्र प्रेस)। निफ्टी के हालिया आंकड़ों के अनुसार, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विस इंडेक्स में इस वर्ष अब तक लगभग 15.5 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। इस वृद्धि के परिणामस्वरूप, भारतीय फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर 2025 की पहली छमाही में शीर्ष प्रदर्शन करने वाला क्षेत्र बन गया है।

यह शानदार रैली अन्य सेक्टरल सूचकांकों से आगे बढ़ गई है। यह वृद्धि इस क्षेत्र की मजबूती और आर्थिक स्थितियों में सुधार के प्रति निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाती है।

शुक्रवार के कारोबारी दिन इंट्रा-डे ट्रेडिंग के दौरान, इंडेक्स 27,305.6 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो इसके 52-सप्ताह के निचले स्तर 22,320.85 से लगभग 22.19 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।

भू-राजनीतिक तनाव में कमी, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट, और यूएस डॉलर इंडेक्स में नरमी के कारण गुरुवार के सत्र में 1.5 प्रतिशत की वृद्धि ने इंडेक्स की ऊपर की गति को और बढ़ावा दिया।

ये सभी कारक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों को भारतीय बाजारों की ओर आकर्षित कर रहे हैं। घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने भी इस तेजी को समर्थन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

वित्त वर्ष 2026 की अप्रैल-जून तिमाही में मजबूत कॉर्पोरेट आय की उम्मीदों से, खासकर बैंकिंग, बीमा और अन्य फाइनेंशियल सर्विस में निवेशकों की धारणा में सुधार हो रहा है।

पिछले एक वर्ष में, निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और 15.4 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की है। पिछले चार महीनों में ही, जून में इंडेक्स में 3 प्रतिशत, मई में 1.3 प्रतिशत, अप्रैल में 6.5 प्रतिशत और मार्च में 9.2 प्रतिशत की तेजी आई है।

जनवरी में इंडेक्स में 1.7 प्रतिशत और फरवरी में 0.6 प्रतिशत की मामूली गिरावट आई थी।

हाल के आशावाद का एक मुख्य कारण भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्रोजेक्ट फाइनेंस पर जारी अंतिम दिशानिर्देश हैं।

केंद्रीय बैंक ने अपने पहले के ड्राफ्ट मानदंडों को नरम किया है, जिससे एसेट क्वालिटी को लेकर चिंताएं कम हुई हैं।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (एमओएसएल) के अनुसार, नए नियमों के तहत निर्माणाधीन प्रोजेक्ट्स के लिए ऋणदाताओं को अलग से रखी जाने वाली राशि को कम कर दिया गया है। साथ ही, ये दिशा-निर्देश पुराने ऋणों पर लागू नहीं होंगे, जहां वित्तीय समापन पहले ही हो चुका है।

एमओएसएल ने कहा कि नए नियमों के तहत, ऐसे ऋणों के लिए मानक प्रावधान को पहले प्रस्तावित 5 प्रतिशत से घटाकर लगभग 1-1.25 प्रतिशत कर दिया गया है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि निफ्टी फाइनेंशियल सर्विस इंडेक्स की वृद्धि न केवल निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है। यह समय घरेलू और विदेशी निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है।
NationPress
20/07/2025

Frequently Asked Questions

निफ्टी फाइनेंशियल सर्विस इंडेक्स क्या है?
निफ्टी फाइनेंशियल सर्विस इंडेक्स भारत के वित्तीय सेवा क्षेत्र के प्रमुख शेयरों का एक समूह है।
इस वर्ष इंडेक्स में कितनी वृद्धि हुई है?
इस वर्ष इंडेक्स में लगभग 15.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
कौन से कारक इस वृद्धि के लिए जिम्मेदार हैं?
भू-राजनीतिक तनाव में कमी, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और यूएस डॉलर इंडेक्स में नरमी इसके प्रमुख कारक हैं।
निवेशकों की धारणा में सुधार कैसे हुआ?
मजबूत कॉर्पोरेट आय की उम्मीदों और नए दिशा-निर्देशों ने निवेशकों की धारणा को सकारात्मक किया है।
भारतीय रिजर्व बैंक का क्या योगदान है?
भारतीय रिजर्व बैंक ने प्रोजेक्ट फाइनेंस पर दिशा-निर्देशों को नरम किया है, जिससे एसेट क्वालिटी की चिंताएं कम हुई हैं।