क्या नीतीश कुमार का स्वास्थ्य लालू यादव और सोनिया गांधी से बेहतर है? : केसी त्यागी

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क्या नीतीश कुमार का स्वास्थ्य लालू यादव और सोनिया गांधी से बेहतर है? : केसी त्यागी

सारांश

क्या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्वास्थ्य वास्तव में सोनिया गांधी और लालू यादव से बेहतर है? जदयू नेता केसी त्यागी ने इस पर जोरदार प्रतिक्रिया दी है। जानिए उन्होंने क्या कहा और बिहार की कानून व्यवस्था के संदर्भ में उनका क्या कहना है।

Key Takeaways

  • नीतीश कुमार का स्वास्थ्य कांग्रेस के नेताओं से बेहतर है।
  • बिहार में अपराधों में कमी आई है।
  • टीडीपी का चुनाव आयोग को सुझाव देना उनका अधिकार है।
  • एसआईआर प्रक्रिया 90% पूरी हो चुकी है।
  • मतदाता पंजीकरण तेजी से हो रहा है।

नई दिल्ली, 16 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रमुख नेता केसी त्यागी ने विपक्ष के उन दावों का कड़ा जवाब दिया है, जिसमें कहा गया था कि बिहार की कानून व्यवस्था के संदर्भ में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्वास्थ्य ठीक नहीं है और वे कानून-व्यवस्था को बनाए रखने में असफल हो रहे हैं।

जदयू के नेता केसी त्यागी ने स्पष्ट किया कि नीतीश कुमार का स्वास्थ्य सोनिया गांधी और लालू प्रसाद यादव की तुलना में कई गुना बेहतर है। किसी को भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं और उनके कार्यकाल में बिहार में अपराधों में कमी आई है। अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाती है और किसी भी अपराधी को नहीं बख्शा जाता है।

चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के संदर्भ में केसी त्यागी ने कहा कि टीडीपी हमारी सहयोगी है और चुनाव आयोग को सुझाव देना उनका अधिकार है। बिहार में एसआईआर प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है और 90 प्रतिशत मतदाताओं का पंजीकरण हो चुका है। शेष 10 प्रतिशत मतदाताओं का पंजीकरण तेजी से हो रहा है और इसे समय सीमा में पूरा किया जाएगा।

इस विषय पर तेजस्वी यादव के बयान पर केसी त्यागी ने कहा कि अति पिछड़ा, महादलित और दलित मतदाता राजद के मूल मतदाता नहीं हैं। यह वे वर्ग हैं, जिन्हें उपेक्षित किया गया है, और जो नीतीश कुमार के समर्थक हैं।

वहीं, तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन के माध्यम से लाखों वोट काटे जा रहे हैं। बिहार में कुल 7 करोड़ 90 लाख मतदाता हैं। भाजपा के निर्देश पर यदि 1 प्रतिशत मतदाता भी काटे जाते हैं, तो लगभग 7 लाख 90 हजार मतदाताओं के नाम कटेंगे। यहां हमने केवल 1 प्रतिशत की बात की है, जबकि इनका इरादा इससे भी अधिक 4-5 प्रतिशत का है।

Point of View

हमें यह देखना चाहिए कि राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच, असली मुद्दा क्या है। नीतीश कुमार का स्वास्थ्य और बिहार की कानून व्यवस्था एक गंभीर विषय है, और इसे बिना किसी पक्षपात के समझना आवश्यक है। जनता की भलाई के लिए सही जानकारी और तथ्य महत्वपूर्ण हैं।
NationPress
20/07/2025

Frequently Asked Questions

क्या नीतीश कुमार का स्वास्थ्य सच में खराब है?
जदयू नेता केसी त्यागी का कहना है कि नीतीश कुमार का स्वास्थ्य पूरी तरह से बेहतर है।
बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति क्या है?
नीतीश कुमार के कार्यकाल में अपराधों में कमी आई है और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की जाती है।