क्या नीतीश कुमार मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं? बिहार को चला रहे हैं चुनिंदा अफसर : पशुपति कुमार पारस

सारांश
बिहार में बढ़ती अपराध की घटनाओं ने विपक्ष को नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर हमले के लिए प्रेरित किया है। पशुपति कुमार पारस ने मुख्यमंत्री को मानसिक रूप से अस्वस्थ बताते हुए प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठाए हैं। क्या बिहार को सही दिशा में ले जाने के लिए यह सही है?
Key Takeaways
- नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति पर सवाल उठाए गए हैं।
- बिहार में अपराध की घटनाएँ बढ़ी हैं।
- प्रशासन में ट्रांसफर-पोस्टिंग पर सवाल उठाए गए हैं।
- कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है।
- विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर हमलावर है।
पटना, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में आपराधिक घटनाओं में वृद्धि को लेकर विपक्ष नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर लगातार हमला कर रहा है। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने सोमवार को मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं।
पशुपति पारस ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "पिछले 6 महीने से बिहार की स्थिति खराब हो रही है। इसका मुख्य कारण यह है कि बिहार के मुख्यमंत्री मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं। मैं यह बात राजनीतिक भाषा में नहीं कह रहा हूं। बिहार को कोई और चला रहा है। उनके पास जो कुछ आईएएस ऑफिसर हैं, वही लोग शासन कर रहे हैं।"
उन्होंने अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग पर सवाल उठाते हुए कहा, "बिहार में धर्म और जाति के आधार पर ट्रांसफर-पोस्टिंग की जा रही है। राज्य में कानून-व्यवस्था इतनी खराब हो गई है कि डीएम-एसपी की ट्रांसफर पोस्टिंग भी जाति के आधार पर की जा रही है। प्रदेश की पूरी मशीनरी शराबबंदी पर केंद्रित है। जहाँ भी शराब की बिक्री अधिक होती है, वहाँ पर अफसरों के ट्रांसफर पोस्टिंग का रेट अधिक होता है।"
पशुपति पारस ने बताया कि बिहार पुलिस के पास अपराधों को रोकने का समय नहीं है, जिसके कारण अपराधियों में कानून का डर खत्म हो गया है। इस कारण से बिहार में अपराध बढ़ते जा रहे हैं।
इससे पहले, बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी नीतीश सरकार पर निशाना साधा था।