क्या नीतीश कुमार के लिए 14 नवंबर को विदाई समारोह होगा? : मनोज कुमार

सारांश
Key Takeaways
- 14 नवंबर को नीतीश कुमार का विदाई समारोह होगा।
- कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने यह जानकारी दी है।
- बिहार विधानसभा चुनाव में नई वोटर लिस्ट का महत्व है।
- राजनीतिक दांव-पेंच में सभी दल सक्रिय हैं।
- पीएम मोदी के 25 साल का राजनीतिक सफर महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं। कांग्रेस सांसद मनोज कुमार का दावा है कि 14 नवंबर को सीएम नीतीश कुमार के लिए विदाई समारोह का आयोजन होगा।
राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में कांग्रेस सांसद ने बताया कि यह कार्यक्रम 14 नवंबर की रात 9 से 10 बजे के बीच होगा।
उन्होंने कहा कि पूरा देश बिहार पर नजर गड़ाए हुए है। नई वोटर लिस्ट के अनुसार, नए वोटर बदलाव के लिए मतदान करेंगे। मुझे विश्वास है कि बिहार में इंडिया ब्लॉक की सरकार बनेगी।
बिहार चुनाव की घोषणा के साथ ही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर भाजपा नेताओं के बयान पर उन्होंने कहा कि यह अच्छा है कि भाजपा नेता सुबह उठते ही राहुल गांधी के बारे में सोचते हैं। वे हमारे नेता के शुभचिंतक बन गए हैं।
कांग्रेस नेता ने यह सवाल उठाया कि क्या राहुल गांधी विदेश नहीं जा सकते हैं। बिहार चुनाव चल रहा है, तो उनके सिपाही यहां मौजूद हैं। हमारे नेता ने बिहार के लोगों को जागरूक करने का कार्य किया है। 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान हमारे नेता ने कठिनाइयों में किसानों का समर्थन किया।
उन्होंने बिहार की डबल इंजन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एक महीने का समय बचा है। खुद को बहलाने के लिए बयान देने दीजिए। बिहार से सरकार का जाना तय है।
पीएम मोदी के राजनीतिक सफर के 25 साल पूरे होने पर उन्होंने कहा कि वह गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और अब देश के प्रधानमंत्री हैं, यह अच्छी बात है। लेकिन, सरकार को गांव-गांव में बेरोजगार युवाओं के बारे में भी सोचना चाहिए।
चीफ जस्टिस पर हमले की कोशिश को लेकर उन्होंने कहा कि यह एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी और इसने पूरे देश को शर्मसार किया है। यह कुर्सी किसी एक व्यक्ति की नहीं है, बल्कि मुख्य न्यायाधीश की है, जो 140-144 करोड़ लोगों को न्याय देने के लिए है।
उन्होंने कहा कि सोमवार की घटना केवल एक व्यक्ति या न्यायमूर्ति गवई के खिलाफ नहीं थी, बल्कि उस व्यक्ति ने पूरे देश का अपमान किया है। अब तक उसके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है, जो एक और दुर्भाग्यपूर्ण पहलू है। अगर ऐसी घटनाएं होती रहीं और ऐसे लोगों को छोड़ा गया, तो इस देश में कोई भी सुरक्षित नहीं है। किसी को लगता है कि उसने अच्छा कार्य किया है तो यह बिल्कुल गलत है। यह देश कानून से चलेगा। अगर मैं भी कानून को हाथ में लूंगा तो मुझ पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। कानून अब तक चुप क्यों है, यह समझ में नहीं आता। कार्रवाई कब होगी?