क्या नितेश राणे ने राहुल गांधी पर हमला किया और मुस्लिम लीग की भाषा बोलने का आरोप लगाया?

सारांश
Key Takeaways
- नितेश राणे ने राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- मुस्लिम लीग की भाषा बोलने का आरोप।
- बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान का संदर्भ।
- हिंदुत्व और राष्ट्रवाद पर विचार।
- मस्जिदों के बाहर 'आई लव महादेव' के बैनर लगाने की अपील।
छत्रपति संभाजीनगर, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी मुस्लिम लीग की भाषा बोलते हैं और उन्होंने कहा कि वे बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान को मानने वाले नहीं हैं।
मीडिया से बातचीत करते हुए राणे ने कहा, "राहुल गांधी जैसे लोग मुस्लिम लीग की भाषा बोलते हैं, वे हमारे देश में शरीयत कानून लागू करना चाहते हैं। ऐसे लोग कभी भी डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान मानने वाले नहीं हो सकते। राहुल गांधी को विदेश या किसी अन्य ग्रह पर भेज देना चाहिए, क्योंकि वहां वे वही बातें करेंगे। जिसको हमारे देश में शरीयत कानून लाना है, वह हमारे संविधान को कैसे मानेंगे?"
राणे ने संजय राउत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "महाराष्ट्र का सबसे बड़ा रावण मातोश्री की तीसरी मंजिल पर बैठा है, पहले उसे जलाना चाहिए।"
उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "हमें हिंदुत्व का सर्टिफिकेट उद्धव ठाकरे से लेने की आवश्यकता नहीं है। वे खुद मौलवियों की भाषा बोलते हैं और ऐसे लोगों से हमें किसी तरह के सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं है। भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता राष्ट्रभक्त हैं।"
हिंदू राष्ट्र के संदर्भ में राणे ने कहा, "भारत हिंदू राष्ट्र है और यहां 'आई लव महादेव' के बैनर लगने चाहिए। हम सब कराची-इस्लामाबाद में नहीं खड़े हैं और हमारे कण-कण में महादेव बसे हैं। मेरा मानना है कि यहां 'आई लव महादेव' के बैनर ही लगाए जाने चाहिए और बाकी सब लोगों को कराची-पाकिस्तान भेज देना चाहिए।"
उन्होंने मुस्लिम समुदाय से मस्जिदों के बाहर 'आई लव महादेव' के बैनर लगाने की अपील की। राणे ने कहा, "मैं सभी लोगों, खासकर मुस्लिम समाज से अपील करता हूं कि उन्हें मस्जिदों के बाहर भी 'आई लव महादेव' के बैनर लगाने चाहिए और ऐसा करना उनके लिए भी अच्छा होगा।"