क्या विश्व दृष्टि दिवस पर निःशुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन हुआ? 1000 कर्मचारियों की हुई जांच, सीईओ लोकश एम. ने किया शुभारंभ

सारांश
Key Takeaways
- स्वच्छता कर्मियों के लिए विशेष नेत्र जांच शिविर का आयोजन।
- 1000 कर्मचारियों की आंखों की जांच की गई।
- विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा नेत्र स्वास्थ्य की जानकारी दी गई।
- चश्मे की आवश्यकता वाले कर्मचारियों को तत्काल चश्मे मिले।
- नेत्र स्वच्छता और नियमित जांच की आवश्यकता पर जोर।
नोएडा, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। विश्व दृष्टि दिवस के अवसर पर, नोएडा प्राधिकरण ने अपने कर्मचारियों के लिए एक निःशुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया। यह शिविर सेक्टर-93 स्थित पंचशील बालक इंटर कॉलेज के ऑडिटोरियम तथा सेक्टर-6 स्थित प्राधिकरण कार्यालय में आयोजित किया गया।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों, विशेषकर स्वच्छता कर्मियों, को नेत्र स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और समय पर जांच एवं उपचार की सुविधा प्रदान करना था। यह निःशुल्क नेत्र जांच शिविर विजुअल आइज इंडिया के सहयोग से आयोजित किया गया।
संस्थान के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने प्राधिकरण के कर्मचारियों की आंखों की जांच की और आवश्यक उपचार भी वहीं पर उपलब्ध कराया। जिन कर्मचारियों को चश्मे की आवश्यकता थी, उन्हें तुरंत चश्मे प्रदान किए गए। डॉक्टरों ने कर्मचारियों को नेत्र स्वच्छता, नियमित जांच की आवश्यकता और सामान्य आंख संबंधी बीमारियों से बचाव के उपायों की जानकारी दी।
साथ ही, कर्मचारियों को यह भी बताया गया कि वे अपने बच्चों और बुजुर्ग माता-पिता की आंखों की देखभाल के प्रति सजग रहें, ताकि दृष्टि संबंधित समस्याओं का समय पर निदान किया जा सके।
इस अवसर पर लगभग 1000 कर्मचारियों की नेत्र जांच की गई, जिनमें बड़ी संख्या में स्वच्छता कर्मियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी लोकश एम. ने किया।
उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, “आंखें हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग हैं, इसलिए सभी को अपने नेत्र स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना चाहिए। नियमित जांच और सही समय पर उपचार से कई गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है।”
शिविर में नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिनमें एसपी सिंह (महाप्रबंधक, जन स्वास्थ्य/सिविल), एके अरोड़ा (महाप्रबंधक, जन स्वास्थ्य/सिविल), इन्दु प्रकाश (जन स्वास्थ्य), गौरव बंसल (परियोजना अभियंता, जन स्वास्थ्य-प्रथम), आरके शर्मा (परियोजना अभियंता, जन स्वास्थ्य-द्वितीय) और गाइडेड फॉरच्यून समिति की टीम शामिल रहे।