क्या सरकार छात्रा की जान बचाने के लिए प्रतिबद्ध है? दोषियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई: सीएम मोहन माझी

सारांश
Key Takeaways
- सीएम माझी का छात्रा के स्वास्थ्य की देखभाल के प्रति दृढ़ संकल्प।
- दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन।
- एम्स भुवनेश्वर और दिल्ली के डॉक्टरों के साथ वर्चुअल परामर्श।
- राज्य सरकार का समर्थन और खर्च का उठाना।
- घटना की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए जांच।
भुवनेश्वर, १३ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने रविवार को बालासोर के फकीर मोहन स्वायत्त महाविद्यालय की छात्रा की स्वास्थ्य स्थिति का आकलन करने के लिए एम्स भुवनेश्वर का दौरा किया। छात्रा ने कथित उत्पीड़न और प्रशासनिक लापरवाही के कारण आत्मदाह का प्रयास किया था। फिलहाल उसका इलाज चल रहा है।
मुख्यमंत्री माझी ने गंभीर रूप से घायल छात्रा का इलाज कर रहे डॉक्टरों की टीम से मुलाकात की और उसके परिवार के सदस्यों से भी बात की। इसके बाद मुख्यमंत्री माझी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि यह घटना दर्दनाक है। छात्रा की स्थिति वर्तमान में बेहद गंभीर है। छात्रा की देखभाल के लिए खासतौर पर एक मेडिकल टीम का गठन किया गया है और हर संभव उपचार प्रदान किया जा रहा है। हम छात्रा की जान बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने बताया कि एम्स भुवनेश्वर ने वर्चुअल परामर्श के माध्यम से एम्स दिल्ली के वरिष्ठ डॉक्टरों के साथ भी संवाद किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के विशेषज्ञों के साथ विस्तृत चर्चा की गई है। अगर आवश्यकता पड़ी, तो छात्रा को तुरंत एम्स दिल्ली या किसी अन्य प्रमुख मेडिकल सुविधा में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। अगले २४ घंटे महत्वपूर्ण हैं।
मुख्यमंत्री ने पीड़िता के परिवार को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उनके साथ पूरी तरह खड़ी है। उन्होंने पुष्टि की कि एफएम ऑटोनॉमस कॉलेज में हुई घटना की गहन जांच शुरू हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि हमने प्रारंभिक रिपोर्टों के आधार पर जांच शुरू कर दी है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि ऐसी घटना राज्य में पुनः न हो।
मुख्यमंत्री माझी ने मेडिकल टीम को लगातार स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देने का निर्देश दिया और इस बात पर जोर दिया कि सरकार छात्रा के इलाज का सारा खर्च उठाएगी। उन्होंने आगे कहा कि मैंने टीम को इस मामले को पूरी गंभीरता से लेने का निर्देश दिया है। हर संभव संसाधन लगाया जाएगा।