क्या ओडिशा सरकार राहुल गांधी के दौरे को विफल करने में जुटी है?

सारांश
Key Takeaways
- ओडिशा कांग्रेस के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- राज्य सरकार की राजनीतिक रणनीति पर सवाल उठाए गए हैं।
- ड्राइवरों की हड़ताल को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
- कांग्रेस की रैली की तैयारी चल रही है।
- सरकार से सकारात्मक संवाद की आवश्यकता है।
भुवनेश्वर, 10 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा कांग्रेस के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने राज्य सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि वह लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की आगामी यात्रा को विफल करने के लिए ओडिशा चालक महासंघ की चल रही हड़ताल को जानबूझकर बढ़ा रही है।
दास ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि भाजपारैली की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि जनता परेशान है, लेकिन सरकार ड्राइवर संघ से बात नहीं कर रही है। अगर बातचीत नहीं होगी तो समाधान कैसे निकलेगा?
दास ने कहा, "यह ओडिशा में कांग्रेस के भव्य कार्यक्रम को विफल करने की साजिश है, जिसमें राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। उनके आने से राज्य में पार्टी की उपस्थिति मजबूत होगी और हमारे कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार होगा।"
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार हड़ताल का समाधान करने के बजाय जानबूझकर उसे भड़का रही है, क्योंकि उसे डर है कि कहीं कांग्रेस की लोकप्रियता न बढ़ जाए। भाजपा सरकार को डर है कि कांग्रेस अपनी पकड़ बना रही है। इसलिए वह ड्राइवरों के आंदोलन को राजनीतिक हथियार बनाकर हमारी रैली को बाधित करने की कोशिश कर रही है।
भक्त चरण दास ने यह भी जानकारी दी कि उन्होंने ड्राइवर एसोसिएशन के अध्यक्ष के साथ व्यक्तिगत रूप से बात की और उनसे लोकतंत्र और ओडिशा की जनता के व्यापक हित में कांग्रेस के आयोजन का समर्थन करने का आग्रह किया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "मुझे उनसे सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। हमें उम्मीद है कि एसोसिएशन सहयोग करेगा और सरकार के राजनीतिक इरादों को सफल नहीं होने देगा।"
सरकार से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि उसे तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए, हड़ताली ड्राइवरों से बातचीत करनी चाहिए और उनकी शिकायतों का समाधान करना चाहिए। उनकी मांगों की अनदेखी जनता को संकट में डाल रही है। सरकार को राजनीति नहीं, बल्कि जिम्मेदारी से काम करना चाहिए।
उन्होंने स्थिति को बिगड़ने देने में राज्य प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठाया और राज्य सरकार और जनता दोनों से इस अशांति के पीछे की असली मंशा को समझने का आह्वान किया। उन्होंने ड्राइवरों से राजनीतिक जाल में न फंसने का आग्रह किया और आश्वासन दिया कि कांग्रेस पार्टी उनकी जायज मांगों में उनके साथ खड़ी है।
दास ने अंत में कहा, "हड़ताल का इस्तेमाल लोकतांत्रिक कार्यक्रमों को दबाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। ओडिशा के लोग इस बढ़ते तनाव के पीछे की राजनीतिक मंशा को साफ देख सकते हैं।"