क्या पश्चिम बंगाल में अपराध को टीएमसी का संरक्षण मिल रहा है? : राहुल सिन्हा

सारांश
Key Takeaways
- पश्चिम बंगाल की राजनीति में तीखे बयानों का दौर जारी है।
- राहुल सिन्हा ने टीएमसी के नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- राज्य में अपराध और बलात्कार की घटनाओं पर सवाल उठाए गए हैं।
कोलकाता, 30 जून (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल की राजनीति में तल्ख बयानबाजियों का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता राहुल सिन्हा ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता मदान मित्रा और कल्याण बनर्जी पर जुबानी हमला बोलते हुए कोलकाता की घटना को लेकर टीएमसी सरकार और पुलिस प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाए।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से खास बातचीत में भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने मदन मित्रा और कल्याण बनर्जी पर तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि मदन मित्रा इस दुनिया के लगते ही नहीं हैं। वहीं, कल्याण बनर्जी पूरी तरह से 'बेशर्म' हैं। ऐसे लोग जो महिलाओं का सम्मान नहीं करते, उनके चरित्र पर सवाल उठाते हैं, उन्हें अदालत में खड़ा होना चाहिए।
कोलकाता की घटना पर भी राहुल सिन्हा ने राज्य सरकार को घेरते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में जितने भी बलात्कारी, अपराधी और उग्रवादी हैं, वे सभी तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हुए हैं। उन्हें पता है कि जब तक वे टीएमसी में हैं, तब तक न पुलिस उन्हें पकड़ेगी और न ही कानून उनका कुछ बिगाड़ पाएगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में अब तक हुई बलात्कार की हर घटना में एक भी अपराधी को सजा नहीं मिली, क्योंकि सरकार खुद उन्हें संरक्षण देती है।
कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में एक छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना के बाद तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने एक बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर कोई दोस्त ही अपने दोस्त के साथ बलात्कार करता है, तो सरकार या पुलिस हर जगह सुरक्षा नहीं दे सकती। उनके इस बयान से काफी विवाद हुआ है।
इसके बाद, मदन मित्रा ने भी एक विवादास्पद बयान दिया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि बलात्कार की घटना ने सभी लड़कियों को यह संदेश दिया है कि उन्हें कॉलेज बंद होने पर कॉलेज नहीं जाना चाहिए।
दोनों टिप्पणियों ने पश्चिम बंगाल के राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हलचल मचा दी है।