क्या पश्चिम बंगाल की जनता ममता बनर्जी के अत्याचारों से त्रस्त है?
सारांश
Key Takeaways
- पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के शासन में जनता का असंतोष बढ़ा है।
- सुवेंदु अधिकारी ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
- आगामी विधानसभा चुनाव में बदलाव की उम्मीद है।
- भाजपा की सरकार बनने पर युवाओं को नौकरी देने का वादा किया गया है।
- राज्य में लोकायुक्त की रिपोर्ट का अभाव है।
कोलकाता, 1 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने सोमवार को ममता बनर्जी की सरकार पर तीखा हमला किया। उनका कहना है कि राज्य की जनता ममता बनर्जी के अत्याचारों से परेशान हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि जब से ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल सरकार की बागडोर संभाली है, तब से वे लगातार प्रदेश की जनता के हितों पर कुठाराघात करती आ रही हैं। अब यह स्थिति असहनीय हो चुकी है, और राज्य का कोई भी व्यक्ति उनसे बातचीत करने की स्थिति में नहीं है। कोई भी उनसे संवाद नहीं करना चाहता है।
सुवेंदु अधिकारी ने स्पष्ट किया कि राज्य की मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि आगामी विधानसभा चुनाव में जनता ममता बनर्जी को एक उचित जवाब देने के लिए तैयार है। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री बनाने का समय आ गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अब तक के शासनकाल में किसी भी विभाग के संबंध में लोकायुक्त की रिपोर्ट नहीं पेश की है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि भाजपा की सरकार बनने के बाद सभी विभागों की लोकायुक्त रिपोर्ट पेश की जाएगी।
विपक्ष के नेता ने कहा कि रविवार को पश्चिम बंगाल पुलिस में भर्ती के लिए परीक्षा का आयोजन हुआ था। लेकिन, मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि यह सरकार प्रदेश में किसी को भी नौकरी देने की स्थिति में नहीं है। यदि किसी को लगता है कि उन्हें नौकरी मिलेगी, तो यह उनकी गलतफहमी है। यह सरकार सिर्फ अपने हितों के बारे में सोचती है।
उन्होंने बताया कि पुलिस भर्ती की परीक्षा में लाखों युवाओं ने भाग लिया, लेकिन ओएमआर सीट में सीरियल नंबर नहीं था। किसी भी सरकारी नौकरी की परीक्षा में ओएमआर सीट में सीरियल नंबर होता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं था। आखिर यह क्या हो रहा है? उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार में लाखों कांस्टेबल को नौकरी मिली। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कई जगहों पर युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि अब ओएमआर सीट में कार्बन कॉपी नहीं है, तो इसका अर्थ है कि ये लोग पेपर को टेंपर करने की कोशिश करेंगे। जो लोग नौकरी देने के एवज में रिश्वत ली गई है, उनसे यह फॉर्म भरवाए जाएंगे। मेधावी छात्रों को नौकरी नहीं मिलेगी। यह खुलासा मैंने किया है। जो खुद को इस मामले में पीड़ित पाएंगे, वे आने वाले दिनों में आंदोलन भी करेंगे।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में अगले चार महीने बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसी स्थिति में मैं प्रदेश के युवाओं से यही अपील करना चाहूंगा कि ममता बनर्जी की भ्रष्टाचार वाली सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकें।
उन्होंने कहा कि मैं राज्य के युवाओं से यही अपील करना चाहूंगा कि इस बार ममता बनर्जी को सत्ता से बाहर किया जाए। भाजपा की सरकार बनने पर सभी भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। भाजपा की सरकार युवाओं को नौकरी देने का मार्ग प्रशस्त करेगी। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रदेश में कोई युवा बेरोजगार न रहे।