क्या बिहार के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में गेट गिरने से इंजीनियर की मौत हुई?
सारांश
Key Takeaways
- इंजीनियर की मौत एक गंभीर हादसे का परिणाम है।
- मुख्य द्वार गिरने के पीछे संरचनात्मक कमजोरी हो सकती है।
- निर्माण कार्य में सुरक्षा मानकों का पालन आवश्यक है।
- मृतक के परिवार को मुआवजा की मांग की जा रही है।
- पुलिस और तकनीकी टीमें जांच कर रही हैं।
पटना, 26 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजधानी पटना से एक दुखद घटना की सूचना मिली है। बुधवार को पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के रेनबो ग्राउंड क्षेत्र में एक गंभीर हादसा घटित हुआ, जिसमें आंध्र प्रदेश के एक इंजीनियर की जान चली गई।
एक सरकारी अधिकारी के अनुसार, रेनबो ग्राउंड के पीछे स्थित मुख्य द्वार अचानक गिर गया, और इंजीनियर मलबे के नीचे दब गए।
उन्हें गंभीर स्थिति में पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक और सीईओ रवींद्रन शंकरन के अनुसार, ड्यूटी पर तैनात एक सुरक्षा गार्ड ने सुबह लगभग 6:15 बजे अधिकारियों को इस घटना की जानकारी दी।
हादसे की सूचना मिलते ही प्रभारी अधिकारी मौके पर पहुंचे और देखा कि मुख्य द्वार का पिछला हिस्सा एक व्यक्ति पर गिर गया था, जिससे वह बेहोश हो गया था।
स्थानीय पुलिस और चिकित्सा दल को तुरंत बुलाया गया। घायल व्यक्ति को पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी मृत्यु की पुष्टि की।
अधिकारियों ने मृतक की पहचान श्रीमूर्ति के रूप में की, जो आंध्र प्रदेश के निवासी थे और रेनबो ग्राउंड में चल रहे निर्माण कार्य के साइट सुपरवाइजर थे।
निर्माण कार्य बिहार राज्य भवन निर्माण निगम (बीएसबीसीसीएल) द्वारा किया जा रहा था और मेसर्स राहुल ट्रेडिंग द्वारा इसे क्रियान्वित किया जा रहा था। श्रीमूर्ति साइट की गतिविधियों की देखरेख कर रहे थे।
अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना का सही कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है। प्रारंभिक जानकारी से पता चलता है कि निर्माणाधीन पिछले गेट में संरचनात्मक कमजोरी के कारण यह ढह गया।
पुलिस और तकनीकी टीमें विस्तृत जांच कर रही हैं। महानिदेशक रवींद्रन शंकरन ने खेल विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को घटना की पूरी रिपोर्ट सौंप दी है।
उन्होंने बताया कि सभी आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। मृतक के परिवार को सूचित कर दिया गया है और उनके जल्द ही पटना पहुंचने की उम्मीद है।
इस बीच, निर्माण परियोजना में शामिल श्रमिकों ने मृतक के परिवार के लिए मुआवजे की मांग की है।