क्या पीयूष गोयल ने एमएचएम ग्रुप के चेयरमैन शेख मंसूर अल थानी के साथ बैठक की?

सारांश
Key Takeaways
- पीयूष गोयल की कतर यात्रा का महत्व
- एमएचएम ग्रुप के साथ निवेश के अवसर
- भारत और कतर के बीच द्विपक्षीय व्यापार की समीक्षा
- एफटीए और सीईपीए पर विचार-विमर्श
- अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल वर्तमान में कतर के दौरे पर हैं, जो 6 से 7 अक्टूबर तक चलेगा। इस दौरान उन्होंने एमएचएम ग्रुप के चेयरमैन शेख मंसूर अल थानी से महत्वपूर्ण बैठक की।
पीयूष गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर जानकारी साझा की कि उन्होंने शेख मंसूर अल थानी के साथ बैठक की। उन्होंने एक भारतीय स्टार्टअप में ग्रुप के निवेश की सराहना की और भारत के जीवंत स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में प्रस्तुत निवेश अवसरों पर चर्चा की।
उन्होंने कतर-भारत संयुक्त व्यापार एवं वाणिज्य आयोग की बैठक में भी भाग लिया। यह यात्रा इस बात को स्पष्ट करती है कि भारत कतर के साथ अपने व्यापार और निवेश संबंधों को कितना महत्व देता है। कतर, खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) में भारत का एक अहम व्यापारिक साझेदार है और 2024-25 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 14 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक होने की संभावना है।
यह गोयल की कतर की पहली यात्रा है, जिसमें उनके साथ विभिन्न मंत्रालयों के उच्च अधिकारी भी शामिल हुए। दोनों पक्षों के बीच द्विपक्षीय व्यापार प्रदर्शन की समीक्षा, वर्तमान व्यापार बाधाओं और गैर-शुल्क मुद्दों के समाधान पर चर्चा की गई।
बैठक में भारत-कतर एफटीए और व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) पर विचार-विमर्श होना भी अपेक्षित है, जिससे दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को और मजबूत किया जा सके। वित्त, कृषि, पर्यावरण, पर्यटन, संस्कृति और स्वास्थ्य सेवा जैसे अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग पर भी चर्चा की जाएगी।