क्या केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल दिल्ली की एनडीएमसी लाइब्रेरी में 'मन की बात' सुनेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का 'मन की बात' कार्यक्रम जनसंवाद का प्रमुख माध्यम है।
- केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल इस विशेष आयोजन में शामिल होंगे।
- यह कार्यक्रम हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होता है।
- नागरिकों के मुद्दों को उजागर करने में यह कार्यक्रम महत्वपूर्ण है।
- स्वच्छता, पर्यावरण और महिला सशक्तिकरण जैसे विषयों पर चर्चा होती है।
नई दिल्ली, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 11 बजे अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के माध्यम से देशवासियों के साथ संवाद करेंगे। इस अवसर पर दिल्ली के नॉर्थ वेस्ट मोती बाग स्थित एनडीएमसी लाइब्रेरी में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल इस कार्यक्रम को सुनेंगे।
इस आयोजन में एनडीएमसी के वाइस चेयरमैन कुलजीत सिंह चहल भी उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के सभी मौजूदा पदाधिकारी, शक्ति केंद्र प्रमुख, बूथ अध्यक्ष, पूर्व मंडल अध्यक्ष, सक्रिय कार्यकर्ता, और मंडल क्षेत्र में निवास करने वाले प्रदेश एवं जिला पदाधिकारी शामिल होने के लिए आमंत्रित हैं।
आयोजकों ने सभी से अनुरोध किया है कि वे सुबह 10:30 बजे तक कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर इस महत्वपूर्ण आयोजन का हिस्सा बनें। चाणक्यपुरी मंडल के अध्यक्ष प्रेम पाठक ने सभी कार्यकर्ताओं और नागरिकों से समय पर उपस्थित होने की अपील की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' का 126वां एपिसोड है। यह कार्यक्रम हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होता है और जनसंचार की एक महत्वपूर्ण पहल बन चुका है, जिससे प्रधानमंत्री सीधे भारत के लोगों से जुड़ते हैं।
अक्टूबर 2014 में शुरू होने के बाद से 'मन की बात' कार्यक्रम ने स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, डिजिटल साक्षरता, महिला सशक्तिकरण और नवाचार जैसे कई विषयों पर चर्चा की है। इसने नागरिक-संचालित आंदोलनों को प्रोत्साहित करने और देश के गुमनाम नायकों की कहानियों को उजागर करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
पिछले एपिसोड में, प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार की देवकी, जिन्हें 'सोलर दीदी' भी कहा जाता है, की कहानी साझा की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने एक सिक्योरिटी गार्ड का जिक्र किया जो देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी सैनिकों की जानकारी रखते हैं।
उन्होंने कश्मीर में आयोजित 'खेलो इंडिया' में पदक जीतने वाले मोहसिन अली से भी बात की और ओडिशा की रश्मिता साहू से भी चर्चा की, जो एक कैनोइंग खिलाड़ी हैं।