क्या प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार को 28 परियोजनाओं की सौगात देकर विकास की नई दिशा दिखाई?

सारांश
Key Takeaways
- सीवान में 28 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन
- 5,900 करोड़ रुपये की कुल लागत
- नई रेल सेवाओं की शुरुआत
- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 53,600 लाभार्थियों को सहायता
- ऊर्जा क्षेत्र में नई पहल
सीवान, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के सीवान में जोरदार स्वागत के बीच एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर, पीएम मोदी ने सीवान जिले के जसौली में लगभग 5,900 करोड़ रुपये की लागत से आवास, शहरी विकास, जल शक्ति, विद्युत और रेल से संबंधित 28 परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।
पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित किया जिसमें सीवान, गोपालगंज और सारण जैसे कई जिलों के लोग शामिल हुए। उन्होंने वैशाली और देवरिया के बीच नई रेल लाइन परियोजना का उद्घाटन किया, जिसमें 400 करोड़ रुपये की लागत आई। इस रूट पर नई ट्रेन सेवा को भी हरी झंडी दिखाई गई।
इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री मोदी ने पाटलिपुत्र से गोरखपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को रवाना किया, जो मुजफ्फरपुर और बेतिया होते हुए चलेगी। उन्होंने मढ़ौरा रेल इंजन फैक्ट्री में बने पहले निर्यात योग्य लोकोमोटिव को भी हरी झंडी दिखाई, जो गिनी गणराज्य को भेजा जाएगा। यह लोकोमोटिव आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित है।
सीवान से नमामि गंगे योजना के तहत 1,800 करोड़ रुपये की लागत से बने छह सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स का भी उद्घाटन किया गया। इसके साथ ही, बिहार के विभिन्न शहरों में पानी की आपूर्ति और स्वच्छता के लिए 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास किया गया।
ऊर्जा क्षेत्र को सशक्त करने के लिए, पीएम मोदी ने 500 मेगावाट ऑवर बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम की आधारशिला रखी। यह मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया और सिवान जैसे 15 ग्रिड सबस्टेशनों पर स्थापित की जाएगी।
प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत 53,600 से अधिक लाभार्थियों को पहली किस्त की राशि हस्तांतरित की गई और 6,600 से अधिक परिवारों को घरों की चाबियां सौंपी गईं।
इस कार्यक्रम में, पीएम मोदी खुली गाड़ी में सवार होकर मंच तक पहुंचे, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के साथ उपस्थित लोगों का अभिवादन किया। इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे।