क्या पीएम मोदी की कनाडा यात्रा से भारतीय मूल के लोगों में खुशी है?

सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी का कनाडा दौरा भारतीय समुदाय में उत्साह का संचार कर रहा है।
- कनाडा में भारतीयों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
- दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्ते मजबूत होंगे।
- कनाडा के पास प्राकृतिक संसाधनों का बड़ा भंडार है।
- यह यात्रा दोनों देशों के लिए नई संभावनाएं खोल सकती है।
नई दिल्ली, 16 जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 की बैठक में भाग लेने के लिए कनाडा दौरे पर जाने वाले हैं। वह सोमवार और मंगलवार को कनाडा में रहेंगे। उनके इस दौरे को लेकर कनाडा के भारतीय मूल के लोगों में खुशी की लहर है।
आईटी प्रोफेशनल तरुण जैन ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा, "जब से कनाडा के प्रधानमंत्री ने पीएम नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है, तब से भारतीय समुदाय में काफी उत्साह है। हमें अब तक यकीन नहीं हो रहा है कि वह आ रहे हैं। हमारे मन में सवाल है कि कहां इकट्ठा होकर हम उनका स्वागत करेंगे। कनाडा की अर्थव्यवस्था में प्रवासी भारतीयों की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसमें डॉक्टर, इंजीनियर, छात्र शामिल हैं। हर भारतीय यह चाहता है कि कनाडा और भारत के रिश्ते सुधर जाएं। इससे कनाडा की प्रगति और उन्नति होगी, और कनाडा भी इस बात को समझता है।"
व्यापारी गौतम सेवडा ने कहा, "हम सभी भारतीय जो कनाडा में रह रहे हैं, काफी उत्साहित हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रण मिला है। यह दोनों देशों के लिए अच्छी बात है। भारत सबसे युवा देश है। पूरी दुनिया में कनाडा के पास जो प्राकृतिक संसाधन हैं, उनका फायदा दोनों देश एक साथ काम करके उठा सकते हैं।"
उद्यमी अक्षय सक्सेना ने कहा, "हमारे नए पीएम ने बहुत अच्छी पहल की है। हमारे नैतिक संबंध बिगड़े हुए थे। आपस में दोनों देशों के पीएम ने जो बात की है, वह दोनों देशों के संबंधों को आगे बढ़ाएगा और मजबूत करेगा। पिछले 11 साल में भारत कहीं नहीं था। लेकिन, पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत को चौथी मजबूत अर्थव्यवस्था बना दिया है। सभी देश भारत के साथ व्यापार करना चाहते हैं।"
आईटी प्रोफेशनल राहुल कुमार ने कहा, "भारत हमारी जन्मभूमि है और कनाडा कर्मभूमि। जो भारतीय यहां रहते हैं, उनमें पीएम नरेंद्र मोदी का जबरदस्त क्रेज है। भारत विकासशील अर्थव्यवस्था है। अभी एनर्जी की बहुत जरूरत है और कनाडा के पास वह एनर्जी है। हम दोनों देश कुछ जगहों पर एक जैसे हैं और कुछ जगहों पर एक दूसरे के पूरक भी हैं। कनाडा-इंडिया पार्टनरशिप को मजबूत होना चाहिए।