क्या पीएम मोदी ने सरदार पटेल की जयंती पर 'रन फॉर यूनिटी' में भाग लेने की अपील की?
सारांश
Key Takeaways
- सरदार पटेल की जयंती 31 अक्टूबर को मनाई जाती है।
- पीएम मोदी ने 'रन फॉर यूनिटी' में भाग लेने की अपील की।
- सरदार पटेल का योगदान स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण था।
- गुजरात में मैंग्रोव पहल से पर्यावरण में सुधार हुआ है।
- राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में इस दिन का महत्व है।
नई दिल्ली, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 127वें एपिसोड में देशवासियों को संबोधित किया।
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, "सरदार पटेल आधुनिक युग की सबसे महान हस्तियों में से एक रहे हैं। उनके विशाल व्यक्तित्व में कई गुण एक साथ समाहित थे।"
उन्होंने सभी से अपील की, "मैं आप सभी से निवेदन करता हूं कि 31 अक्टूबर को सरदार साहब की जयंती पर देशभर में होने वाली 'रन फॉर यूनिटी' में अवश्य भाग लें।"
पीएम मोदी ने आगे कहा, "गांधी जी से प्रेरित होकर सरदार पटेल ने स्वतंत्रता आंदोलन में अपने आप को पूरी तरह समर्पित कर दिया। 'खेड़ा सत्याग्रह' से लेकर 'बोरसद सत्याग्रह' तक उनके योगदान को आज भी याद किया जाता है।"
जिक्र करने योग्य है कि सरदार पटेल की जयंती हर वर्ष 31 अक्टूबर को मनाई जाती है। भारत के एकीकरण में उनके ऐतिहासिक योगदान के सम्मान में इस दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। 2014 में, सरकार ने देश की एकता, अखंडता और मजबूती का संदेश फैलाने के लिए सरदार पटेल की जयंती को 'एकता दिवस' के रूप में मनाने का निर्णय लिया।
इसके साथ ही, पर्यावरण संरक्षण पर चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने गुजरात के वन विभाग की मैंग्रोव पहल की सराहना की। उन्होंने बताया कि पांच साल पहले वन विभाग की टीमों ने अहमदाबाद के पास धोलेरा में मैंग्रोव लगाने की शुरुआत की थी। आज वहां साढ़े तीन हजार हेक्टेयर में मैंग्रोव फैले हुए हैं।
उन्होंने कहा, "मैंग्रोव के कारण अब धोलेरा के इको-सिस्टम में डॉल्फिन्स की संख्या बढ़ी है, केकड़े और अन्य जलीय जीव भी पहले से अधिक हो गए हैं। प्रवासी पक्षियों की संख्या भी बढ़ गई है, जिससे पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है और स्थानीय मछली पालकों को आर्थिक लाभ मिल रहा है।"