क्या पीएम मोदी की चीन यात्रा उनके कूटनीतिक कौशल का प्रमाण है? : राजनाथ सिंह

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क्या पीएम मोदी की चीन यात्रा उनके कूटनीतिक कौशल का प्रमाण है? : राजनाथ सिंह

सारांश

प्रधानमंत्री मोदी की हालिया चीन यात्रा को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत की कूटनीति की नई धार बताया है। यह यात्रा न केवल भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत करने का माध्यम है, बल्कि यह एससीओ में भारत के प्रभाव को भी बढ़ाती है। जानें इस यात्रा के पीछे के मर्म और इसका महत्व।

Key Takeaways

  • प्रधानमंत्री मोदी की चीन यात्रा ने भारत की कूटनीतिक स्थिति को सुदृढ़ किया।
  • राजनाथ सिंह ने इस यात्रा को रणनीतिक परिपक्वता का उदाहरण बताया।
  • भारत 'आत्मनिर्भरता' के सिद्धांत पर चल रहा है।
  • दुनिया में सुरक्षात्मक व्यापार नीति की चुनौतियाँ बढ़ रही हैं।
  • संवाद से समाधान की नीति पर जोर दिया गया है।

नई दिल्ली, 1 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी की चीन यात्रा को भारत की राजनयिक और रणनीतिक क्षमता का एक मजबूत उदाहरण बताया है। उन्होंने कहा कि यह दौरा भारत की वैश्विक स्थिति को नई मजबूती देने वाला कदम है।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राजनाथ सिंह ने लिखा, "प्रधानमंत्री मोदी की सफल चीन यात्रा उनके कुशल कूटनीतिक नेतृत्व और भारत की भूराजनीतिक रणनीति को नया आकार देने की क्षमता का प्रमाण है। इस यात्रा से भारत का एससीओ (शंघाई सहयोग संगठन) से जुड़ाव और भी गहरा हुआ है। यह दौरा वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को और सुदृढ़ करेगा। मैं इस बेहद सफल यात्रा के लिए प्रधानमंत्री को बधाई देता हूं।"

प्रधानमंत्री मोदी ने यह दौरा जापान के दो दिवसीय आधिकारिक दौरे के बाद किया। चीन में उन्होंने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लिया। इस मंच पर उनकी उपस्थिति को यूरेशिया क्षेत्र में भारत के प्रभाव को बढ़ाने और वैश्विक शक्तियों के साथ रणनीतिक संबंध मजबूत करने के रूप में देखा जा रहा है।

शनिवार को एक कार्यक्रम में रक्षा मंत्री ने देश की विदेश नीति को लेकर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत 'आत्मनिर्भरता' के सिद्धांत पर चलते हुए अपने राष्ट्रीय हित को हमेशा प्राथमिकता देता रहेगा।

उन्होंने दो टूक कहा, "हमारे लिए कोई स्थायी मित्र या दुश्मन नहीं होते, केवल स्थायी हित होते हैं।"

राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि विकसित देश अब सुरक्षात्मक व्यापार नीति की ओर झुक रहे हैं, जिससे वैश्विक व्यापार को नई चुनौतियां मिल रही हैं।

प्रधानमंत्री मोदी की चीन यात्रा को लेकर कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि चीन की 'आक्रामक हरकतों' के बावजूद प्रधानमंत्री 'मौन' हैं।

इस पर अप्रत्यक्ष रूप से प्रतिक्रिया देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साफ किया कि सरकार की नीति है संवाद से समाधान, लेकिन बिना राष्ट्रीय हित के साथ समझौता किए।

उनका यह बयान विपक्ष की आलोचनाओं का सटीक जवाब माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने पीएम मोदी की कूटनीतिक पहल को कमजोरी नहीं, बल्कि रणनीतिक परिपक्वता बताया।

--आईएएनेस

वीकेयू/डीकेपी

Point of View

यह स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री मोदी की चीन यात्रा ने भारत की कूटनीतिक शक्ति को एक नई पहचान दी है। यह न केवल भारत के राष्ट्रीय हितों की रक्षा करती है, बल्कि वैश्विक मंच पर हमारी स्थिति को भी मजबूती प्रदान करती है।
NationPress
03/09/2025

Frequently Asked Questions

पीएम मोदी की चीन यात्रा का क्या महत्व है?
पीएम मोदी की यह यात्रा भारत की राजनयिक और रणनीतिक क्षमता को दिखाती है और वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को मजबूत करती है।
राजनाथ सिंह ने इस यात्रा को लेकर क्या कहा?
राजनाथ सिंह ने इसे भारत के कुशल कूटनीतिक नेतृत्व का प्रमाण बताया और इस यात्रा को एससीओ में भारत के जुड़ाव को और गहरा करने वाला बताया।