क्या पीएम मोदी के संबोधन में समृद्ध भारत के निर्माण की संकल्पना है?

सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी ने समृद्ध भारत की कल्पना की।
- जनसांख्यिकी मिशन की घोषणा की गई।
- 'लोकल फॉर वोकल' का महत्व बताया गया।
- केंद्र सरकार ने राहत कार्यों के लिए त्वरित कार्रवाई की।
- जम्मू-कश्मीर में प्राकृतिक आपदा पर संवेदनाएं व्यक्त की गईं।
नई दिल्ली, 15 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। 79वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में देश के तमाम मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि 79वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण देश के सभी नागरिकों के लिए एक आह्वान है, जिसमें उन्होंने 2047 तक समृद्ध भारत के निर्माण के लिए सभी को मिलकर काम करने का आग्रह किया है। उनका आज का भाषण प्रेरणादायक और मार्गदर्शक था। उन्होंने 'लोकल फॉर वोकल' पहल के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और मजबूत करने पर जोर दिया और स्वदेशी भारतीय उत्पादों के लिए समर्थन का आग्रह किया।
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बादल फटने की घटना और इससे हुई जनहानि पर तरुण चुघ ने कहा कि यह बहुत दुखद घटना है। प्राकृतिक आपदा ने लोगों के जीवन को संकट में डाला है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और हमारी संवेदनाएं उन लोगों के परिजनों के साथ हैं, जिन्होंने इस आपदा में अपनी जान गंवाई है। केंद्र सरकार ने राहत कार्यों के लिए सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन को तुरंत तैनात कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह किश्तवाड़ में हुए भूस्खलन पर कड़ी नजर रख रहे हैं, ताकि तुरंत राहत और बचाव कार्य सुनिश्चित हो सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से देश को अवैध प्रवासियों से होने वाले खतरों से बचाने के लिए एक जनसांख्यिकी मिशन की घोषणा की है। उनके इस ऐलान पर तरुण चुघ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जनसांख्यिकी मिशन शुरू करने का निर्णय सराहनीय है। यह मिशन देश भर में जनसंख्या संबंधी संकट को एक निश्चित समय सीमा के भीतर हल करने के लिए प्रतिबद्ध होगा। पीएम मोदी के इस घोषणा का हम स्वागत करते हैं।