क्या पीएम सूर्यघर योजना ने उत्तर प्रदेश में 1 गीगावाट की क्षमता हासिल की?
सारांश
Key Takeaways
- 1 गीगावाट की ऊर्जा क्षमता हासिल की गई।
- 2.90 लाख घरों में सोलर रूफटॉप स्थापित किए गए।
- लगभग 50,000 नए रोजगार उत्पन्न हुए।
- सरकार ने 2,600 करोड़ रुपये का अनुदान दिया।
- स्वच्छ ऊर्जा के प्रति सचेतता बढ़ी।
लखनऊ, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश ने नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत प्रदेश ने 27 नवंबर 2025 तक 01 गीगावाट की क्षमता प्राप्त करके देश में एक नई मिसाल कायम की है। यह उपलब्धि स्वच्छ ऊर्जा के प्रति जागरूकता, सुशासित नीतियों और प्रभावी क्रियान्वयन के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में लगातार व्यापक कार्य हो रहे हैं। उनके निर्देशों पर योजनाओं को पारदर्शी, सरल और नागरिकों के हित में लागू करने की वजह से आज 2.90 लाख से अधिक घरों में सोलर रूफटॉप संयंत्र सफलतापूर्वक स्थापित हो चुके हैं। इस उपलब्धि से आम जनता को बिजली की बचत और अतिरिक्त आय का अवसर मिला है, साथ ही लगभग 4,000 एकड़ भूमि की बचत भी हुई है, जो अन्य उपयोगी परियोजनाओं के लिए काम आएगी।
योजना के तहत उपभोक्ताओं को अब तक भारत सरकार द्वारा 2,000 करोड़ रुपये और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 600 करोड़ रुपये का अनुदान प्रदान किया गया है। इससे नागरिकों पर आर्थिक भार कम हुआ है और योजना में सहभागिता बढ़ी है।
योगी सरकार की नीति में सुगमता और पारदर्शिता के कारण योजना के प्रारंभिक चरण में सिर्फ 81 पंजीकृत वेंडर थे, जिनकी संख्या बढ़कर 4,200 तक पहुंच गई है। वेंडरों की इस वृद्धि से तकनीकी सहायता, स्थापना प्रक्रियाओं की गति और प्रतिस्पर्धा में सुधार हुआ है। इससे उपभोक्ताओं को सहज सेवा मिलना सुनिश्चित हुआ है।
प्रदेश में इस योजना ने रोजगार सृजन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सोलर पैनल उत्पादन, स्थापना, मॉनिटरिंग और सेवा क्षेत्रों में अब तक लगभग 50,000 नए रोजगार उत्पन्न हुए हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को ठोस मजबूती मिली है।
यह उपलब्धि ऊर्जा सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण, और हरित विकास की दिशा में उत्तर प्रदेश की मजबूत प्रतिबद्धता का प्रमाण है। सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले समय में हर घर स्वच्छ ऊर्जा से जुड़कर आत्मनिर्भर ऊर्जा व्यवस्था का हिस्सा बने।