क्या पुरानी दिल्ली की विरासत को लौटाया जाएगा और समग्र योजना बनाई जाएगी?
सारांश
Key Takeaways
- पुरानी दिल्ली के विकास के लिए उच्चस्तरीय बैठक हुई।
- सीएम ने शाहजहांनाबाद पुनर्विकास निगम का पुनर्गठन करने का ऐलान किया।
- चांदनी चौक में समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है।
- महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट का निर्माण किया जाएगा।
- सरकारी एजेंसियों के बीच समन्वय बढ़ाने की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार को पुरानी दिल्ली के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पुरानी दिल्ली के सौंदर्यीकरण और सुनियोजित विकास के लिए प्रतिबद्ध है। दिल्ली सरकार वॉल्ड सिटी की विरासत को पुनर्स्थापित करने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है।
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि इसके लिए शीघ्र ही शाहजहांनाबाद पुनर्विकास निगम (एसआरडीसी) का पुनर्गठन किया जाएगा, ताकि पुरानी दिल्ली का खोया हुआ गौरव लौट सके और यहां के स्थानीय निवासियों और व्यापारियों को उचित नागरिक सुविधाएँ प्रदान की जा सकें। उन्होंने बताया कि सरकार पुराने शहर का समग्र विकास करने की बड़ी योजनाएँ बना रही है।
इस बैठक में चांदनी चौक लोकसभा के सांसद प्रवीण खंडेलवाल और दिल्ली सरकार के शहरी विकास मंत्री आशीष सूद के अलावा एसआरडीसी, पीडब्ल्यूडी, दिल्ली नगर निगम, और दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि पुरानी दिल्ली का पुनर्विकास और पुनर्निर्माण आवश्यक है। वर्तमान में पूर्व सरकार की लापरवाही के कारण इस क्षेत्र की स्थिति गंभीर हो गई है। विशेषकर ऐतिहासिक बाजार चांदनी चौक में समस्याएँ लगातार बढ़ती जा रही हैं।
बैठक में सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि शाहजहांनाबाद पुनर्विकास निगम पूरी तरह से निष्क्रिय हो गया है, क्योंकि पूर्व सरकार ने इसके माध्यम से पुरानी दिल्ली के विकास में रुचि नहीं दिखाई। उन्होंने एसआरडीसी के पुनर्गठन और इसमें सरकारी अधिकारियों के अलावा विरासत और इतिहास से जुड़े विशेषज्ञों को शामिल करने की आवश्यकता पर जोर दिया। सांसद ने एसआरडीसी का नाम बदलने का भी आग्रह किया।
शहरी विकास मंत्री आशीष सूद ने कहा कि पुरानी दिल्ली के पुनर्विकास के लिए विरासत के संरक्षण से संबंधित कंपनियों को शामिल किया जाना चाहिए ताकि इस क्षेत्र का पुराना रूप वापस लाया जा सके। उन्होंने कहा कि चांदनी चौक बाजार में व्यापारिक गतिविधियों पर रोक लगाना आवश्यक है।
बैठक में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि उनकी सरकार पुरानी दिल्ली का गौरव लौटाने के लिए दृढ़ संकल्पित है, और इसके लिए योजनाएँ बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि चांदनी चौक का विकास इसलिए नहीं हो रहा है, क्योंकि वहाँ तीन सरकारी एजेंसियाँ जिम्मेदार हैं, जिससे विकास कार्यों में देरी हो रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार एसआरडीसी का जल्द पुनर्गठन करेगी और इसके माध्यम से पुरानी दिल्ली में विकास कार्य आरंभ करेगी। इस निगम में विरासत को संवारने की योग्यता रखने वाले विशेषज्ञों को भी शामिल किया जाएगा।
सीएम ने यह भी कहा कि सरकार चांदनी चौक बाजार को लेकर गंभीर है, क्योंकि यहाँ लाखों लोग घूमने और खरीदारी के लिए आते हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाजार को संवारने के लिए तेजी से कार्य किया जाए। मुख्यमंत्री के अनुसार, उन्हें बताया गया है कि बाजार में महिलाओं के लिए शौचालय की कमी है। उन्होंने संबंधित विभाग को आदेश दिया कि वे बाजार में तुरंत पिंक टॉयलेट का निर्माण करें।