क्या राहुल गांधी ने विदेशी धरती पर सच्चाई बताई? : तारिक अनवर

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी ने लोकतंत्र की सच्चाई को सामने रखा।
- तारिक अनवर ने पीएम मोदी के पुराने बयानों पर सवाल उठाए।
- कांग्रेस ने सत्ता परिवर्तन की बात कही।
- ओवैसी के बयान पर सहमति जताई गई।
- बरेली विवाद को बातचीत से सुलझाने का सुझाव दिया गया।
नई दिल्ली, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के कोलंबिया में लोकतंत्र पर दिए बयान का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने लोकतंत्र की सच्चाई को उजागर किया है।
कांग्रेस सांसद ने पीएम मोदी के कुछ पुराने बयानों का हवाला देते हुए कहा कि 2014 से पहले वे विदेश जाकर कहते थे कि भारत में जन्म लेना एक मजबूरी थी और 70 साल में देश का विकास नहीं हुआ है, तो दूसरों से क्या उम्मीद कर सकते हैं?
उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 11 साल में पीएम मोदी ने एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की और लोकतंत्र पर सवाल उठाने की आज़ादी पर हमला हो रहा है। दूसरी तरफ, राहुल गांधी लगातार देश से जुड़े मुद्दों को उठा रहे हैं, वे सच्चाई बोल रहे हैं, इसमें किसी को कोई एतराज नहीं होना चाहिए।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा पीएम मोदी को 'बुद्धिमान नेता' बताने पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि रूस और भारत के बीच पुराने संबंध हैं। एक देश का प्रमुख दूसरे की प्रशंसा करता है, यह सामान्य बात है। रूस के साथ कच्चे तेल के सौदे और विदेश नीति के तहत मजबूत रिश्ते हैं। संकट के समय रूस हमेशा भारत के साथ खड़ा रहा है।
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत के बयान पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत राय हो सकती है, लेकिन विपक्ष इस मामले में एकजुट है। पिछले 11-12 वर्षों में देश में कोई विकास या तरक्की नहीं हुई। समाज में टकराव बढ़ा है और लोगों को डराया गया है। हम सत्ता परिवर्तन चाहते हैं।
बरेली विवाद पर योगी सरकार को घेरते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि यह मामला बातचीत से सुलझाया जा सकता था, लेकिन यूपी सरकार का रवैया गलत है। मुख्यमंत्री खुद को कानून से ऊपर समझते हैं। गलती होने पर पुलिस, कानून, संविधान और न्यायालय हैं, लेकिन इन्हें दरकिनार कर अपनी मर्जी चलाई जा रही है, जिससे समस्याएं बढ़ रही हैं।
एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी के बयान 'जब आई लव मोदी हो सकता है, तो आई लव मोहम्मद भी हो सकता है' पर कांग्रेस सांसद ने सहमति जताई। उन्होंने कहा कि ओवैसी का कहना सही है। संविधान हमें अपनी आस्था व्यक्त करने की आज़ादी देता है। हमारा देश सर्वधर्म समभाव वाला है। हम किसी भी धर्म या आस्था के प्रति प्रेम व्यक्त कर सकते हैं।