क्या मावंडा के अजय बलाई की मौत के मामले में प्रदर्शन के बाद होगी कार्रवाई?

सारांश
Key Takeaways
- अजय बलाई की मौत के मामले में प्रदर्शन हुआ।
- गांववालों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
- प्रशासन ने 10 दिन का समय लिया।
- सड़क जाम कर विरोध किया गया।
- प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठे।
नीमकाथाना, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के नीमकाथाना जिले के मावंडा गांव में अजय कुमार बलाई की संदिग्ध मौत के मामले में, परिजनों और स्थानीय निवासियों ने सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया।
सर्व समाज के सदस्यों ने पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के नेतृत्व में एकजुट होकर आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की।
सैकड़ों लोगों ने खेतड़ी मोड़ से नीमकाथाना उपखंड कार्यालय तक एक विशाल आक्रोश रैली निकाली। रैली के अंत में, प्रदर्शनकारियों ने उपखंड कार्यालय का घेराव किया और पुलिस प्रशासन और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों ने बाद में कोटपूतली स्टेट हाईवे को जाम कर दिया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, उपखंड अधिकारी राजवीर यादव और डीएसपी अनुज डाल ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की।
करीब एक घंटे तक चली बातचीत के बाद, उपखंड अधिकारी ने प्रदर्शनकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए बुलाया। हालांकि, यह वार्ता असफल रही, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुनः सड़क जाम कर दिया।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा। उनका मानना है कि पुलिस इस मामले में धीमी कार्रवाई कर रही है।
एसडीएम और डीएसपी ने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा, जिसके बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए और उन्होंने सड़क से जाम हटाया।
हालांकि, पुलिस का कहना है कि वे मामले की जांच कर रहे हैं और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। ग्रामीणों और परिजनों का गुस्सा इस बात को लेकर है कि घटना के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि प्रशासन की तरफ से पिछले 20 दिनों में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। न ही पीड़ित परिवार से एक बार भी मुलाकात की गई। प्रशासन ने वार्ता में दस दिन का समय लिया है। यदि दस दिन में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है, तो आंदोलन फिर से किया जाएगा।