क्या व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा ऐतिहासिक होगा?
सारांश
Key Takeaways
- पुतिन का दौरा भारत-रूस संबंधों के लिए महत्वपूर्ण है।
- यह दौरा मिलिट्री समझौतों में नई संभावनाएँ ला सकता है।
- प्रतुल शाहदेव ने इसे ऐतिहासिक बताया है।
रांची, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज से भारत में दो दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। यह उनका यूक्रेन युद्ध के बाद पहला आधिकारिक दौरा है। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने इस दौरे की सराहना की।
प्रतुल शाहदेव ने कहा, "यह एक ऐतिहासिक क्षण होगा जब राष्ट्रपति पुतिन भारतीय भूमि पर कदम रखेंगे। भारत और रूस के बीच की मित्रता 70-80 वर्ष पुरानी है, और रूस हमेशा से भारत का सबसे विश्वसनीय साथी रहा है। हमें उम्मीद है कि यह पुरानी साझेदारी नए मिलिट्री समझौतों के साथ एक नए युग में प्रवेश करेगी।"
झारखंड में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शाहदेव ने कहा, "जब आपको सार्वजनिक रूप से यह कहना पड़े कि 'हमारा सिस्टम अटूट है,' तो यह साफ है कि कुछ गड़बड़ है। उनका यह बयान उनकी डर को दर्शाता है।"
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी के 'जिहाद' वाले बयान पर शाहदेव ने कहा, "अगर आप देश के खिलाफ जिहाद छेड़ने की बात करते हैं, तो आप देश विरोधी गतिविधियों में लगे हैं। ऐसे लोगों को पाकिस्तान भेज देना चाहिए। वहाँ शायद उन्हें अधिक अपनापन महसूस होगा।"
पश्चिम बंगाल में भाजपा प्रवक्ता शाहदेव ने कहा, "जिस तरह से बांग्लादेशी घुसपैठिए और रोहिंग्या प्रवासी राज्य में घुसे हैं, उनकी संख्या एक करोड़ से अधिक हो सकती है। जब एक करोड़ या उससे अधिक नाम लिस्ट से हटा दिए जाएंगे, तो ममता बनर्जी का चुनावी मॉडल खत्म हो जाएगा।"
TMC विधायक हुमायूं कबीर के बाबरी मस्जिद संबंधी बयान पर शाहदेव ने कहा, "अगर उनमें हिम्मत है, तो वे मुर्शिदाबाद या पश्चिम बंगाल में बाबरी मस्जिद जैसी कोई इमारत बनाकर दिखाएं। ऐसे बयान केवल सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए दिए जाते हैं।"