क्या तेजस्वी यादव पीएम मोदी की लाभकारी योजनाओं से जनता को वंचित करना चाहते हैं? : संजय जायसवाल
सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन का घोषणापत्र व्यक्तिगत है।
- तेजस्वी यादव पर साजिश का आरोप।
- बिहार में लोग पीएम मोदी की योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं।
- एनडीए अपने वादों को पूरा करती है।
- केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए 8वें वेतन आयोग का तोहफा।
बेतिया, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने महागठबंधन द्वारा प्रस्तुत घोषणापत्र को झूठा करार देते हुए कहा कि यह कोई महागठबंधन का घोषणापत्र नहीं है, बल्कि यह तेजस्वी यादव का व्यक्तिगत घोषणापत्र है। उन्होंने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव बिहार में लोगों को पीएम मोदी की लाभकारी योजनाओं से वंचित करने की साजिश रच रहे हैं।
भाजपा सांसद ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में तेजस्वी यादव के हर परिवार को सरकारी नौकरी देने के वादे पर तंज कसते हुए कहा कि यह एक झूठ है, और बिहार की जनता उनके बहकावे में नहीं आने वाली है।
महागठबंधन के घोषणापत्र को लेकर उन्होंने कहा कि वास्तव में ऐसा कोई संयुक्त घोषणापत्र जारी नहीं हुआ। जो कुछ भी जारी किया गया, वह तेजस्वी यादव के नाम पर एक निजी घोषणापत्र था, न कि महागठबंधन का। नौकरी देने का वाद झूठा है। बिहार की जनता को उम्मीदवारों को जीरो पर आउट करना चाहिए।
भाजपा सांसद ने कहा कि एसआईआर प्रक्रिया को लेकर कोई चिंता की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सीएम ममता बनर्जी लोगों को भ्रमित कर रही हैं। बिहार में एसआईआर के माध्यम से लगभग 28 लाख डुप्लिकेट प्रविष्टियां और 18 लाख मृत मतदाताओं को हटाने में मदद मिली है। बंगाल सरकार घुसपैठियों को बचाने पर अधिक ध्यान दे रही है, जबकि वैध नागरिकों को उनके अधिकारों और लाभों से वंचित कर रही है। यह तरीका वैध मतदाताओं के साथ अन्याय है। किसी भी वैध नागरिक को एसआईआर से क्या दिक्कत हो सकती है?
एनडीए के घोषणापत्र पर उन्होंने कहा कि एनडीए जो वादा करता है, उसे पूरा करता है। भाजपा ने पिछली बार 10 लाख रोजगार का वादा किया था, तो 20 लाख दिए। उस समय कोरोना का दौर था, फिर भी हमने प्रत्येक व्यक्ति को टीके लगवाए। मेडिकल कॉलेज की पढ़ाई हिंदी में शुरू करके दिखाया। हम जो कहते हैं, वह करते हैं। दूसरे दलों के घोषणापत्र में ऐसा नहीं होता है।
8वें वेतन आयोग को सरकार की मंजूरी पर भाजपा सांसद ने कहा कि यह केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए एक बड़ा तोहफा है। सही अर्थों में अंग्रेजी का नया साल केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए शुभ संदेश लेकर आएगा। सभी कर्मचारियों को बधाई।