क्या संजय निरुपम ने सरफराज खान मामले पर धर्म का मुद्दा उठाना दुर्भाग्यपूर्ण बताया?

Click to start listening
क्या संजय निरुपम ने सरफराज खान मामले पर धर्म का मुद्दा उठाना दुर्भाग्यपूर्ण बताया?

सारांश

सरफराज खान के चयन न होने पर संजय निरुपम का बयान। क्या क्रिकेट में धर्म का मुद्दा उचित है? जानिए इस विवाद की गहराई और निरुपम के विचार।

Key Takeaways

  • क्रिकेट में धर्म का मुद्दा उठाना सही नहीं है।
  • खेल चयन हमेशा फॉर्म और क्षमता पर आधारित होना चाहिए।
  • संजय निरुपम का बयान भेदभाव के खिलाफ है।
  • छठ पूजा का आयोजन जुहू बीच पर भव्य रूप से होगा।
  • भारत की विदेश नीति स्वतंत्र रहनी चाहिए।

मुंबई, 23 अक्‍टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दक्षिण अफ्रीका-ए के खिलाफ इंडिया-ए की टीम में सरफराज खान का चयन न होना एक विवाद का कारण बन गया है। इस पर चयन समिति पर भेदभाव और पक्षपात के आरोप लग रहे हैं। शिवसेना के प्रवक्ता संजय निरुपम ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि क्रिकेट में हिंदू-मुस्लिम भेदभाव जैसी बातें बेहद घटिया और दुर्भाग्यपूर्ण हैं।

निरुपम ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि यदि ऐसा भेदभाव होता, तो मोहम्मद अजहरुद्दीन भारतीय टीम के कप्तान नहीं बनते। देश ने हमेशा अजहरुद्दीन, इरफान पठान और अन्य खिलाड़ियों का सम्मान किया है। चयन हमेशा खिलाड़ी की फॉर्म और क्षमता पर निर्भर करता है, न कि धर्म पर।

उन्होंने आगे कहा कि सरफराज खान का चयन न होना केवल प्रदर्शन का मामला हो सकता है। जो लोग धर्म के नाम पर क्रिकेट को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, वे देश की खेल भावना को कमजोर कर रहे हैं।

कांग्रेस और केंद्र सरकार के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बातचीत को लेकर विवाद छिड़ गया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि उस बातचीत में रूस से तेल नहीं खरीदने पर चर्चा हुई थी, जिसे भारत सरकार ने छिपाया।

संजय निरुपम ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में दो बड़ी रक्षा कंपनियों पर प्रतिबंध लगाकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर यूक्रेन युद्ध समाप्त करने का दबाव बनाया है। निरुपम ने कहा कि भारत पर तेल व्यापार के नाम पर जो दबाव डाला जा रहा है, वह पूरी तरह से निराधार है।

उन्होंने कहा कि यदि अमेरिका वास्तव में गंभीर है, तो उसे यूरोपीय देशों पर भी ऐसा ही दबाव बनाना चाहिए। भारत हमेशा अपनी स्वतंत्र विदेश नीति पर कायम रहा है। निरुपम ने कहा कि यह कदम भारत-अमेरिका संबंधों के लिए सकारात्मक संकेत है और इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति स्थापित करने में मदद मिलेगी।

छठ पूजा की तैयारियों को लेकर संजय निरुपम ने बताया कि 1998 से शिवसेना की बिहारी फ्रंट इकाई जुहू बीच पर छठ पूजा का आयोजन करती आ रही है और इस बार भी इसे भव्य रूप दिया जाएगा। बीएमसी द्वारा पानी और बिजली की विशेष व्यवस्था की गई है। साथ ही गरीब श्रमिकों के लिए सेवा शिविर लगाए जाएंगे। बिहार से पारंपरिक छठ गीत गाने वाले कलाकारों को आमंत्रित किया गया है, जो संध्या काल में प्रस्तुति देंगे।

निरुपम ने बताया कि इस बार कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे होंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया, जिन्होंने छठ पूजा को यूनेस्को की वैश्विक सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल करने के प्रयास शुरू किए हैं।

बीएमसी चुनाव को लेकर कांग्रेस नेता भाई जगताप के हालिया बयान के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है जिसमें उन्होंने आगामी नगरपालिका चुनावों के लिए कांग्रेस का राज ठाकरे की एमएनएस या उद्धव ठाकरे की शिवसेना (उद्धव-बालासाहेब ठाकरे) से कोई गठबंधन नहीं होने की बात कही है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना प्रवक्ता संजय निरुपम ने कहा कि यह देखना होगा कि कांग्रेस वाकई गंभीर है या केवल बयानबाजी कर रही है।

उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी के प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेता मनसे प्रमुख के साथ चुनाव आयोग से मिलने गए, जिससे साफ है कि कांग्रेस अब मनसे की नीतियों से सहमत है।

निरुपम ने याद दिलाया कि मनसे ने कभी उत्तर भारतीयों पर हमले किए थे और उनका रोजगार छीना था। अब कांग्रेस उसी पार्टी से हाथ मिलाने की कोशिश कर रही है। यह वही कांग्रेस है जो चुनावी लाभ के लिए हमेशा दोहरा रवैया अपनाती है।

Point of View

उन्होंने चयन प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया है। यह मामला भारतीय क्रिकेट की खेल भावना को दर्शाता है और हमें इसे सभी दृष्टिकोणों से समझना चाहिए।
NationPress
08/12/2025

Frequently Asked Questions

सरफराज खान का चयन क्यों नहीं हुआ?
सरफराज खान का चयन न होना प्रदर्शन और फॉर्म का मामला हो सकता है, न कि धर्म का।
संजय निरुपम ने क्या कहा?
संजय निरुपम ने कहा कि क्रिकेट में धर्म का मुद्दा उठाना दुर्भाग्यपूर्ण है और इसे भेदभाव के रूप में देखा जा रहा है।
क्या कांग्रेस और मनसे का गठबंधन होगा?
कांग्रेस ने आगामी नगरपालिका चुनावों के लिए मनसे से गठबंधन नहीं करने की बात कही है।
Nation Press