क्या दक्षिण कोरिया ने रूस के साथ उत्तर कोरिया की सैन्य गतिविधियों पर चिंता व्यक्त की?

Click to start listening
क्या दक्षिण कोरिया ने रूस के साथ उत्तर कोरिया की सैन्य गतिविधियों पर चिंता व्यक्त की?

सारांश

दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ह्यून ने न्यूयॉर्क में रूसी विदेश मंत्री से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने कोरियाई प्रायद्वीप की सुरक्षा पर चर्चा की और उत्तरी कोरिया के साथ रूस के सैन्य अभ्यासों को लेकर चिंताओं को साझा किया। क्या ये चर्चाएं कोरियाई प्रायद्वीप में शांति स्थापित कर पाएंगी?

Key Takeaways

  • दक्षिण कोरिया और रूस के विदेश मंत्रियों के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुई।
  • कोरियाई प्रायद्वीप की सुरक्षा पर चर्चा की गई।
  • दक्षिण कोरिया ने उत्तरी कोरिया के साथ सैन्य गतिविधियों पर चिंता व्यक्त की।
  • भविष्य में संवाद जारी रखने पर सहमति बनी।
  • यह वार्ता क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक प्रयास है।

सियोल, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)| दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ह्यून ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात की। विदेश मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी जानकारी के अनुसार, दोनों नेताओं ने कोरियाई प्रायद्वीप की सुरक्षा पर चर्चा की।

विदेश मंत्रालय के बयान में उल्लेख किया गया कि विदेश मंत्री चो ने रूसी विदेश मंत्री लावरोव को सियोल में उत्तरी कोरिया की नीतियों के बारे में बताया, जिसका मुख्य उद्देश्य उत्तरी कोरिया के साथ तनाव को कम करना और कोरियाई प्रायद्वीप में शांति एवं स्थिरता स्थापित करना है।

विदेश मंत्री चो ने उत्तरी कोरिया के साथ रूस के सैन्य अभ्यासों पर गहरी चिंता व्यक्त की और इसे तुरंत समाप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया।

रूसी समाचार एजेंसी रिया नोवोस्ती के अनुसार, बैठक के दौरान लावरोव ने उत्तरी कोरिया को निशाना बनाकर अमेरिका और उसके एशियाई सहयोगियों की सैन्य गतिविधियों की निंदा की।

रिपोर्ट के अनुसार, लावरोव ने उत्तरी कोरिया को उकसाने वाली गतिविधियों, प्रतिबंधों और दबाव पर ध्यान केंद्रित किया और उत्तर-पूर्व एशिया में शांति स्थापित करने के लिए आपसी सम्मान और विश्वास के आधार पर आगे बढ़ने का सुझाव दिया।

दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, चो ने साउथ कोरियाई नागरिकों की सुरक्षा की ओर लावरोव का ध्यान आकर्षित किया और रूस में कार्यरत साउथ कोरियाई कंपनियों के लिए सुरक्षा और सहूलियतों की आवश्यकता पर जोर दिया।

योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार, दोनों नेताओं ने भविष्य में आवश्यक बातचीत जारी रखने पर सहमति व्यक्त की।

2022 से आरंभ हुए रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद, दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच यह पहली औपचारिक द्विपक्षीय वार्ता है। हालांकि, जुलाई में लाओस में आयोजित आसियान सम्मेलन के दौरान लावरोव ने तत्कालीन विदेश मंत्री चो ताए-यूल के साथ मुलाकात की थी।

पिछले साल, दक्षिण कोरिया के पूर्व विदेश मंत्री चो ताए-यूल ने रूस और उत्तर कोरिया के बीच बढ़ती सैन्य गतिविधियों पर चिंता व्यक्त की थी और कहा था कि इससे कोरियाई प्रायद्वीप और इसके आस-पास के क्षेत्र में सुरक्षा के लिए खतरा बढ़ेगा।

-- राष्ट्र प्रेस

कनक/वीसी

Point of View

ताकि क्षेत्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। दक्षिण कोरिया का यह कदम शांति और स्थिरता की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है, लेकिन यह देखना होगा कि रूस और उत्तरी कोरिया की प्रतिक्रिया क्या होगी।
NationPress
27/09/2025

Frequently Asked Questions

दक्षिण कोरिया ने रूस से किस विषय पर चर्चा की?
दक्षिण कोरिया ने रूस के साथ उत्तरी कोरिया की सैन्य गतिविधियों और कोरियाई प्रायद्वीप की सुरक्षा पर चर्चा की।
क्या दक्षिण कोरिया ने रूस के साथ वार्ता का कोई विशेष उद्देश्य रखा?
हाँ, दक्षिण कोरिया ने तनाव कम करने और शांति स्थापित करने का उद्देश्य रखा।
इस वार्ता में किन नेताओं ने भाग लिया?
इस वार्ता में दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ह्यून और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव शामिल थे।
क्या इस वार्ता के बाद दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ेगा?
यह वार्ता सहयोग के लिए एक कदम हो सकती है, लेकिन भविष्य में स्थिति स्पष्ट होगी।
दक्षिण कोरिया का क्या मानना है उत्तरी कोरिया के साथ रूस के सैन्य अभ्यास के बारे में?
दक्षिण कोरिया ने उत्तरी कोरिया के साथ रूस के सैन्य अभ्यासों पर गंभीर चिंता व्यक्त की है।