क्या भारत ने ऑपरेशन ‘सागर बंधु’ के जरिए श्रीलंका में सड़क संपर्क बहाल किया?
सारांश
Key Takeaways
- भारत का ऑपरेशन सागर बंधु ने श्रीलंका में राहत कार्यों को गति दी।
- चक्रवात दितवाह ने श्रीलंका में भारी तबाही मचाई।
- भारतीय वायु सेना ने राहत सामग्री और चिकित्सा सहायता भेजी।
कोलंबो, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। श्रीलंका में चक्रवात दितवाह के चलते आई भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन ने व्यापक तबाही मचाई है। इस आपदा के मद्देनजर, भारत के ऑपरेशन सागर बंधु के तहत एनडीआरएफ और वायु सेना ने राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाई है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस संदर्भ में शुक्रवार को एक अपडेट जारी किया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि भारतीय वायु सेना का एक और सी-17 ग्लोबमास्टर सड़क संपर्क बहाल करने के लिए बेली ब्रिज यूनिट्स के साथ कोलंबो में उतरा है। इस उड़ान में 25 कर्मियों की एक टीम, जिसमें इंजीनियर्स और चिकित्सा विशेषज्ञ शामिल हैं, पहुंची है।
भारत ने 28 नवंबर को चक्रवात दितवाह के कारण श्रीलंका में उत्पन्न भीषण बाढ़, जनहानि और व्यापक तबाही के बाद तुरंत खोज एवं बचाव तथा मानवीय सहायता के लिए ऑपरेशन सागर बंधु शुरू किया।
ऑपरेशन के तहत, आईएनएस विक्रांत और आईएनएस उदयगिरि ने श्रीलंका तक पहुंचकर राहत सामग्री उपलब्ध कराई। इन युद्धपोतों से तैनात हेलीकॉप्टरों ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और खोज एवं बचाव कार्यों में तेजी लाई।
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि चक्रवात दितवाह के बाद आईएनएस विक्रांत और आईएनएस उदयगिरि ने राहत सामग्री तुरंत उपलब्ध कराकर हजारों लोगों की सहायता की।
श्रीलंका में चक्रवात दितवाह की तबाही का दायरा लगातार बढ़ रहा है। डेली मिरर के अनुसार, हादसों में मृतकों की संख्या बढ़कर 465 हो गई है।
एकीकृत रूप से 1.5 मिलियन से अधिक लोग चक्रवात और बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, और 61,000 से अधिक परिवारों के 2.32 लाख लोग राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।