क्या सूरीनाम में भारत के राजदूत सुभाष पी गुप्ता ने यूपी के औद्योगिक विकास मंत्री से बातचीत की?

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क्या सूरीनाम में भारत के राजदूत सुभाष पी गुप्ता ने यूपी के औद्योगिक विकास मंत्री से बातचीत की?

सारांश

उत्तर प्रदेश में निवेश और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सूरीनाम के राजदूत सुभाष पी गुप्ता ने औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी से मुलाकात की। इस मुलाकात में दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों और निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की गई। जानिए इस मुलाकात के मुख्य बिंदु क्या थे।

Key Takeaways

  • भारत और सूरीनाम के बीच ऐतिहासिक संबंध हैं।
  • यूपी में निवेश की अपार संभावनाएं हैं।
  • सूरीनाम प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है।
  • ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में बड़ा निवेश प्रस्ताव आया।
  • प्रदेश की अर्थव्यवस्था ट्रिलियन डॉलर बनने की दिशा में है।

लखनऊ, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास और निवेश को बढ़ावा देने के लिए, सूरीनाम गणराज्य के भारत के राजदूत सुभाष पी गुप्ता ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी से एक महत्वपूर्ण मुलाकात की। यह बैठक मंत्री के सरकारी आवास पर आयोजित की गई।

राजदूत सुभाष पी गुप्ता, इन्वेस्ट यूपी की पहल के तहत उत्तर प्रदेश के दौरे पर लखनऊ आए हैं। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य है अंतरराष्ट्रीय साझेदारी को बढ़ावा देना और राज्य में निवेश को आकर्षित करना। मंत्री नंदी ने सूरीनाम गणराज्य के राजदूत सुभाष पी गुप्ता के सम्मान में अपने सरकारी आवास पर एक रात्रि भोज का आयोजन किया, जिसमें राजदूत के साथ ही औद्योगिक विकास विभाग के अधिकारी भी शामिल हुए।

इस मुलाकात के दौरान, सूरीनाम के राजदूत ने भारत और सूरीनाम के बीच के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि भारत और सूरीनाम का संबंध 151 वर्ष पुराना है। भारतीयों का पहला समूह 1873 में भारत के उपमहाद्वीप, विशेषकर उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे क्षेत्रों से, गिरमिटिया मजदूरों के रूप में सूरीनाम पहुंचा था। सूरीनाम में निवास करने वाले प्रवासियों ने अपनी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखा है।

उन्होंने कहा कि सूरीनाम और उत्तर प्रदेश का संबंध अत्यंत मजबूत है। यूपी में निवेश की असीम संभावनाएं हैं। सूरीनाम प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है, खासकर इसके तेल और गैस भंडार जो विशेष रूप से आशाजनक हैं।

औद्योगिक विकास मंत्री ने सूरीनाम में भारत के राजदूत और उनकी पत्नी का स्वागत किया। मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। 2017 के पूर्व, बीमारू राज्य की श्रेणी में शामिल उत्तर प्रदेश अब पिछले आठ वर्षों में देश का ग्रोथ इंजन बनकर उभरा है, क्योंकि यह सांस्कृतिक, आर्थिक और औद्योगिक विकास का एक स्वर्ण काल है।

उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में ठोस और प्रभावी रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है। निवेश का सुरक्षित और अनुकूल वातावरण तैयार किया गया है। यही कारण है कि पिछले वर्ष संपन्न ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में 40 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव देश और विदेश से आए हैं।

Point of View

बल्कि राष्ट्र के लिए भी लाभदायक साबित हो सकता है। निवेश के बढ़ते अवसरों का उपयोग कर, भारत की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
NationPress
20/06/2025

Frequently Asked Questions

सूरीनाम और उत्तर प्रदेश के बीच संबंधों का इतिहास क्या है?
भारत और सूरीनाम के बीच संबंध 151 वर्ष पुराना है, जिसमें भारतीय प्रवासी 1873 में सूरीनाम पहुंचे।
उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावनाएं क्या हैं?
उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए असीम संभावनाएं हैं, विशेषकर प्राकृतिक संसाधनों के क्षेत्र में।
हाल के ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में क्या हासिल हुआ?
ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में 40 लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए।