क्या तमिलनाडु में सीएम स्टालिन ने कई बड़े विकास कार्यों का उद्घाटन किया?

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री ने 772 नए मकानों का उद्घाटन किया।
- हाथी हैंडलर्स के लिए आधुनिक सुविधाएं प्रदान की गईं।
- स्वास्थ्य सेवाओं में नए भवनों का उद्घाटन किया गया।
- शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की योजनाएं लागू की गईं।
- कौशल विकास कार्यक्रमों के जरिए मजदूरों को सशक्त किया गया।
चेन्नई, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सोमवार को राज्य में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं की लागत करोड़ों रुपए है, और इनका उद्देश्य तमिलनाडु की बुनियादी सुविधाओं, स्वास्थ्य, शिक्षा और जनकल्याण के स्तर को बेहतर बनाना है।
मुख्यमंत्री ने चार जिलों (विरुधुनगर, तिरुवन्नामलाई, तूतीकोरिन और शिवगंगा) में श्रीलंका के तमिल शरणार्थियों के लिए 772 नए मकानों का उद्घाटन किया, जिनकी कुल लागत 44.48 करोड़ रुपए है। यह योजना शरणार्थियों के जीवन स्तर को सुधारने और उन्हें स्थायी आवास प्रदान करने में महत्वपूर्ण है।
इसके अलावा, कोयंबटूर जिले के अनामलाई टाइगर रिजर्व में भारत का दूसरा हाथी हैंडलर्स विलेज भी मुख्यमंत्री ने उद्घाटित किया। यह परियोजना हाथी प्रशिक्षकों के लिए आधुनिक सुविधाएं प्रदान करेगी, जिससे वन्यजीव संरक्षण में मदद मिलेगी।
स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए कई नई इमारतों और सुविधाओं का उद्घाटन किया गया। इनमें सरकारी अस्पतालों के नए भवन, जिला दवा भंडार और खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाएं शामिल हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। मदुरै और वेल्लोर के सरकारी लॉ कॉलेजों में नए भवनों का उद्घाटन किया गया, जिससे छात्रों को बेहतर अध्ययन सुविधाएं मिलेंगी।
मुख्यमंत्री ने हिंदू धार्मिक एवं चैरिटेबल एंडोवमेंट्स विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए पेंशन योजना में सुधार की घोषणा की, जिससे पूर्व कर्मचारियों को बेहतर आर्थिक सुरक्षा मिलेगी।
इस अवसर पर 'सभ्यता की यात्रा: सिंधु से वैगई तक' नाम की एक तमिल पुस्तक का विमोचन भी किया गया, जो तमिल सभ्यता और संस्कृति की महत्ता को दर्शाती है।
आदि द्रविड़ और जनजातीय कल्याण विभाग की ओर से भी कई परियोजनाओं का उद्घाटन हुआ, जिनमें छात्रावास, स्कूल और स्वास्थ्य सुविधाएं शामिल हैं, जो सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को सशक्त बनाएंगी।
इसके अलावा, निर्माण मजदूरों के लिए कौशल विकास कार्यक्रम भी शुरू किए गए। मजदूरों को प्रोत्साहन राशि और प्रमाण पत्र वितरित किए गए ताकि उनकी क्षमता और रोजगार के अवसर बढ़ सकें।
मुख्यमंत्री ने ऑल इंडिया ट्रेड टेस्ट 2025 में सफल छात्र-छात्राओं से बातचीत की और विजेताओं को पुरस्कार तथा प्रमाण पत्र प्रदान किए।