क्या तरनतारन उपचुनाव में मंदीप सिंह जनता को दिलाएंगे इंसाफ?

सारांश
Key Takeaways
- अकाली दल (वारिस पंजाब दे) ने चुनाव प्रचार की शुरुआत अरदास से की।
- तरसेम सिंह ने पंथक एकता की बात की।
- मंदीप सिंह ने महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया।
- जनता में उत्साह का माहौल है।
- यह चुनाव सिद्धांतों की लड़ाई भी है।
अमृतसर, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अकाली दल (वारिस पंजाब दे) ने तरनतारन विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार मंदीप सिंह के चुनाव प्रचार की शुरुआत श्री अकाल तख्त साहिब में अरदास करके की। इस अवसर पर अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह की अगुवाई में बड़ी संख्या में संगतें और पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
अरदास के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए तरसेम सिंह ने कहा कि उन्होंने गुरु रामदास पातशाह और गुरु हरगोबिंद साहिब जी के चरणों में मिरी-पीरी की अरदास की है और गुरु साहिब की कृपा से यह मोर्चा पहले ही जीत चुका है। उन्होंने कहा कि जनता में जबरदस्त उत्साह है क्योंकि लोग अन्य पार्टियों से ऊब चुके हैं। पंजाब की स्थिति खराब हो चुकी है और अब हर वर्ग का व्यक्ति 'वारिस पंजाब दे' के साथ जुड़ रहा है।
तरसेम सिंह ने कहा कि अब पूरा पंथ एकजुट हो चुका है और जो मुखौटे वाले हैं, उन्हें तय करना होगा कि वे पंथ के साथ रहेंगे या उससे मुंह मोड़ेंगे।
इस मौके पर तरणतारण से उम्मीदवार मंदीप सिंह ने गुरु साहिब का आशीर्वाद लेकर चुनाव अभियान की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि वे अपनी चुनावी मुहिम में 'बंदी सिंह' की रिहाई, नशे के खात्मे, किसान मुद्दों और पंजाब की आर्थिक हालत जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जनता से जुड़ेंगे।
मंदीप सिंह ने कहा कि अमृतपाल सिंह के साथ हो रही धक्केशाही से संगतें बेहद दुखी हैं। जेल प्रशासन ने न केवल परिवार से मुलाकात की अनुमति नहीं दी, बल्कि अदालत के आदेशों की भी अनदेखी की। मजबूर होकर परिवार को धरने पर बैठना पड़ा, जिसके बाद ही मुलाकात की अनुमति मिली। उन्होंने कहा कि संदीप सिंह के साथ जेल में मारपीट करने वाले अधिकारियों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
मंदीप सिंह ने कहा कि हमें राजनीति का शौक नहीं, लेकिन जब जुल्म बढ़ता है तो आवाज उठानी ही पड़ती है।
वहीं, तरसेम सिंह ने कहा कि यह चुनाव सिर्फ राजनीतिक नहीं बल्कि सिद्धांतों की लड़ाई है, पंथक एकता और पंजाबी अस्मिता की रक्षा के लिए। उन्होंने विश्वास जताया कि गुरु साहिब की कृपा से ऐतिहासिक जीत मिलेगी और यह चुनाव पंजाब के हक में एक नई शुरुआत साबित होगा।