क्या बिहार अधिकार यात्रा को मिल रहा है व्यापक जनसमर्थन? : तेजस्वी यादव

सारांश
Key Takeaways
- बिहार अधिकार यात्रा को मिल रहा है व्यापक जनसमर्थन।
- लोग एनडीए सरकार से नाखुश हैं।
- महागठबंधन की सरकार बनने पर बिहार में उद्योग लगाने का वादा।
- शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार का आश्वासन।
- तेजस्वी यादव ने भ्रष्टाचार और अपराध को प्रमुख मुद्दा बताया।
पटना, 17 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव अपनी बिहार अधिकार यात्रा के अंतर्गत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में यात्रा कर रहे हैं। इस यात्रा के बारे में उन्होंने कहा कि इसे वृहद जनसमर्थन प्राप्त हो रहा है।
यात्रा के दूसरे दिन निकलने से पहले उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि आज मेरी यात्रा का दूसरा दिन है। लोगों का अभूतपूर्व जनसमर्थन मिल रहा है। आज यात्रा के दूसरे दिन बख्तियारपुर होते हुए बाढ़, मोकामा, तेघड़ा, बेगूसराय में कार्यक्रम आयोजित हैं। उन्होंने बताया कि जिस भी क्षेत्र में जा रहे हैं, वहाँ के लोग इस यात्रा का समर्थन करने के लिए सड़क पर उतर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लोग एनडीए सरकार से असंतुष्ट हैं। वर्तमान सरकार में भ्रष्टाचार इतना बढ़ गया है कि लोग परेशान हैं। अपराध की स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि लोग अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं महसूस कर रहे हैं। यह सरकार केवल भ्रष्टाचार और अपराध से जुड़े लोगों को संरक्षण प्रदान कर रही है। इसलिए, मौजूदा स्थिति में लोग परिवर्तन की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस साल होने वाले चुनाव में लोग इस सरकार को सत्ता से बाहर करने का मन बना चुके हैं। जनता महागठबंधन की सरकार बनाएगी जो नया बिहार स्थापित करेगी।
तेजस्वी यादव ने कहा कि जब महागठबंधन की सरकार बनेगी, तो बिहार में जिनके पास भी डिग्री होगी, वे खाली हाथ नहीं बैठेंगे। हम बिहार में उद्योग स्थापित करेंगे और प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति को सुधारेंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार कॉपी कर सकती है, लेकिन विजन नहीं ला सकती।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर उन्होंने बधाई दी और कहा, "प्रधानमंत्री को जन्मदिन की बधाई है, और इतना ही कह सकते हैं। अमित शाह जी को तो आज बर्थडे पार्टी मनानी चाहिए।"
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रस्तावित बिहार दौरे पर उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि यदि वे यहाँ आ रहे हैं, तो पहले यह बताएं कि वह अब तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष क्यों नहीं बन पाए?