क्या बिहार को नंबर एक बनाना संभव है? : तेजस्वी यादव
सारांश
Key Takeaways
- बिहार को नंबर एक बनाना
- शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार पर जोर
- सरकारी नौकरी का वादा
- एनडीए पर आरोप
- जनता की चिंताओं का समाधान
पटना, २४ (राष्ट्र प्रेस)। महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बनने के बाद राजद के नेता तेजस्वी यादव शुक्रवार को चुनावी प्रचार में जुट गए। पटना से निकलने से पहले उन्होंने कहा कि बिहार को नंबर एक राज्य बनाना उनका मुख्य लक्ष्य है। इस दौरान उन्होंने एनडीए पर भी कटाक्ष किया।
उन्होंने पटना में मीडिया के साथ बातचीत में कहा, "मैं जो कहता हूं, उसे निभाता हूं। झूठे वादे नहीं करता और न ही अधूरे वादे करता हूं। मैं वचन का पक्का हूं। जो कहा है, वह करूंगा; जो करूंगा, वह कहूंगा।" उन्होंने कहा कि बिहार को नंबर एक बनाना हमारा उद्देश्य है।
तेजस्वी यादव ने विश्वास के साथ कहा, "यदि तेजस्वी बिहार का मुख्यमंत्री बनता है तो बिहार की १४ करोड़ जनता को सीएम बनाऊंगा, अर्थात् उन्हें चिंतामुक्त बनाऊंगा। हमारी सरकार "पढ़ाई, दवाई, कमाई और सुनवाई" पर केंद्रित होगी।"
उन्होंने आगे कहा कि हमने जो वादे किए हैं, उन्हें पूरा करेंगे। हमने यह भी कहा है कि हर परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देंगे, जहां सरकारी नौकरियां नहीं हैं। हमने जीविका दीदी के बारे में भी घोषणा की है। हम हर एक घोषणा को पूरा करेंगे।
तेजस्वी ने यह भी कहा कि निश्चित रूप से, जो तेजस्वी बोलता है, वह करता है। यह हमने १७ महीने में साबित किया है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता शिक्षा, स्वास्थ्य, न्याय और रोजगार होगी, ताकि बिहार में विकास और सुशासन की नई नींव रखी जा सके।
उन्होंने एनडीए के जंगलराज के आरोपों पर कहा कि बिहार में ५५ से अधिक घोटाले हुए हैं, जिसे प्रधानमंत्री ने खुद एक चुनावी मंच से कहा था। उन घोटालों की जांच का क्या हुआ? आज प्रदेश में दिनदहाड़े गोलियां चल रही हैं। लोगों की हत्या हो रही है; वास्तव में, यही जंगल राज है।
महत्वपूर्ण है कि बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां अब चुनावी प्रचार में जुट गई हैं। सभी प्रचार में जोर लगा रही हैं।