क्या तेजस्वी यादव ने बिहार की कानून-व्यवस्था को लेकर सरकार पर हमला किया?
सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव ने चुनावी अभियान की शुरुआत की।
- उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों की आलोचना की।
- महागठबंधन की सरकार में हर परिवार को सरकारी नौकरी का वादा किया।
- बिहार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए।
- उन्होंने अपने वादों को चुनावी जुमले नहीं बताया।
पटना, २४ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में पहचान बनाए जाने के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को औपचारिक रूप से अपना चुनावी अभियान आरंभ किया। समस्तीपुर जिले के उजियारपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों की कड़ी आलोचना की।
तेजस्वी ने जनसभा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात में विकास लाने का दावा करते हैं, लेकिन बिहार से वोट की मांग करते हैं। यदि लोग मुझे मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद देते हैं, तो मैं उन्हें विश्वास दिलाता हूँ कि बिहार चिंता-मुक्त होगा। हमारी राजनीति झूठ पर नहीं, बल्कि विश्वास पर आधारित है। हमने जो भी वादे किए हैं, उन्हें पूरा किया जाएगा।
तेजस्वी यादव ने अपने प्रमुख वादों को दोहराते हुए कहा कि यदि महागठबंधन की सरकार बनी, तो बिहार के प्रत्येक परिवार को एक सरकारी नौकरी मिलेगी और जीविका दीदियों के लिए एक विशेष योजना और ३०,००० रुपए का मासिक वेतन लागू किया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा, 'हमारी घोषणाएं केवल चुनावी जुमले नहीं हैं। यदि हमें मौका मिला, तो हर वादा पूरा किया जाएगा।'
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि जंगलराज नहीं रहेगा, लेकिन हकीकत यह है कि दिनदहाड़े हत्याएं हो रही हैं, गोलीबारी की घटनाएं जारी हैं, और एनडीए सरकार के दौरान ५५ से ज्यादा घोटाले हुए हैं, जिनका जिक्र खुद प्रधानमंत्री ने किया है। उन जांचों का क्या हुआ? यही असली जंगलराज है।
तेजस्वी ने यह भी सवाल उठाया कि बिहार में भ्रष्टाचार और कानून-व्यवस्था के मुद्दों पर प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं और पूछा कि वे बिहार के हालात पर क्यों नहीं बोलते? इन घोटालों पर कोई जवाब क्यों नहीं देते?
बाद में तेजस्वी अपने गृह क्षेत्र, राघोपुर, वैशाली गए, जहाँ उन्होंने बिदुपुर प्रखंड के चक सिकंदर में अपने मुख्य चुनाव कार्यालय और चकौसन में एक सहायक कार्यालय का उद्घाटन किया।
उन्हें देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ी, जिसे देखकर तेजस्वी भावुक हो गए और बोले, 'आप लोगों ने मुझे पहले ही मुख्यमंत्री बना दिया है। मुख्यमंत्री का मतलब चिंता मुक्त होता है। मुझे अब यहाँ प्रचार करने की भी आवश्यकता नहीं है।'