क्या तेजस्वी यादव ने 15 साल में कितनी नौकरियां देने का वादा किया?

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव का सरकारी नौकरी देने का वादा
- प्रेम कुमार का तंज और सवाल
- बिहार में एनडीए की एकजुटता
- राजनीतिक हलचल और चुनावी रणनीति
- बिहार की जनता का अनुभव और राय
पटना, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता एवं विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव द्वारा सत्ता में आने पर सरकारी नौकरी देने का वादा करने पर बिहार सरकार के मंत्री प्रेम कुमार ने कड़ा जवाब दिया है।
प्रेम कुमार ने तंज करते हुए कहा, "लोगों को बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता। तेजस्वी के परिवार ने 15 साल तक बिहार पर राज किया। उन्हें पहले बताना चाहिए कि उस दौरान कितनी नौकरियां दी गईं। जनता सब देख चुकी है।"
उन्होंने कहा कि तेजस्वी के वादे मात्र दिखावे के हैं और अब जनता ऐसे दावों पर विश्वास नहीं करती। बिहार की जनता ने आरजेडी के शासनकाल में उनके कामकाज को देखा है और अब वे एनडीए सरकार के विकास कार्यों से संतुष्ट हैं। प्रेम कुमार ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने बिहार में रोजगार के सृजन के लिए ठोस कदम उठाए हैं, जिसका प्रभाव भी दिख रहा है।
वहीं, बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए में सीट बंटवारे पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, "एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर कोई समस्या नहीं है। केंद्रीय नेतृत्व इस पर चर्चा कर रहा है और जल्द ही सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।"
जायसवाल ने आगे कहा कि वे दिल्ली जा रहे हैं, जहां केंद्रीय नेतृत्व उम्मीदवारों के चयन पर अंतिम निर्णय लेगा।
बिहार सरकार के मंत्री मंगल पांडे ने भी सीट बंटवारे के मुद्दे पर अपनी राय दी। उन्होंने कहा, "सीट बंटवारा केंद्रीय नेतृत्व की जिम्मेदारी है। वे सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर निर्णय लेंगे। हमें उन पर पूरा भरोसा है। एनडीए एकजुट है और बिहार में फिर से सरकार बनाने के लिए पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी।"