क्या तेजस्वी के नौकरी के वादों पर भाजपा ने उठाया सवाल? जनता को झूठ पर भरोसा नहीं

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव के 10 लाख नौकरी के वादे पर भाजपा ने सवाल उठाए।
- जनता झूठे वादों पर भरोसा नहीं कर रही है।
- एनडीए ने बिहार में विकास के लिए ठोस कदम उठाए हैं।
- बेरोजगारी दर में कमी आई है।
- 2025 में एनडीए की जीत की संभावना है।
नोएडा, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विधानसभा चुनाव से पूर्व राजद नेता एवं पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के नौकरी के वादों पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने तंज कसा है। उन्होंने एनडीए की जीत का दावा करते हुए कहा कि जनता झूठी बातों पर कभी विश्वास नहीं करती है।
भाजपा प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए तेजस्वी यादव के 10 लाख नौकरी के वादे को 'झूठ का पुलिंदा' करार दिया। उन्होंने कहा कि जनता अब ऐसे वादों पर भरोसा नहीं करती, क्योंकि न तो तेजस्वी की जीत सुनिश्चित है और न ही वादे पूरे करने की इच्छाशक्ति।
अग्रवाल ने कहा, "तेजस्वी यादव के वादों का कोई आधार नहीं है। कर्नाटक में कांग्रेस और इंडी गठबंधन ने 'संकल्प पत्र' में बड़े-बड़े वादे किए, लेकिन एक भी पूरा नहीं हुआ। हिमाचल प्रदेश में सरकारी नौकरियों और अन्य वादों को लागू करने में कांग्रेस पूरी तरह विफल रही। बिहार में भी तेजस्वी और इंडी गठबंधन की वादाखिलाफी जनता देख चुकी है।"
उन्होंने हाल के बिहार बेरोजगारी सर्वे का हवाला देते हुए कहा कि राज्य में एनडीए शासनकाल में बेरोजगारी दर में कमी आई है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि बिहार की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए पर भरोसा करती है।
अग्रवाल ने तेजस्वी के 10 लाख नौकरी के वादे पर सवाल उठाते हुए कहा, "क्या उनके पास बजट है? क्या कोई योजना है? यह सिर्फ हवा-हवाई बातें हैं।"
उन्होंने दावा किया कि 2025 के बिहार चुनाव में जनता फिर से एनडीए को चुनेगी। बिहार में एनडीए की सरकार स्पष्ट बहुमत से बनेगी। तेजस्वी के झूठे वादों का कोई असर नहीं होगा। अग्रवाल ने कहा, "बिहार की जनता समझदार है। वह विकास और स्थिरता चाहती है, न कि खोखले वादे।"