क्या तेजस्वी यादव को नेता प्रतिपक्ष का पद बचाने पर ध्यान नहीं देना चाहिए? भाजपा नेता संजय मयूख

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव को अपने पद को बचाने पर ध्यान देना चाहिए।
- 'वोटर अधिकार यात्रा' को जनता का समर्थन नहीं मिला।
- बिहार के लोगों का अपमान हो रहा है।
- एनडीए की वापसी का दावा किया गया है।
- गठबंधन की राजनीति पर सवाल उठाए गए हैं।
पटना, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता संजय मयूख ने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि 'वोटर अधिकार यात्रा' को जनता का समर्थन नहीं मिला है। इसी कारण बिहार के लोगों को अपमानित किया जा रहा है।
मयूख ने यह भी कहा कि बिहार की जनता आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए को फिर से सत्ता में लाएगी। उन्होंने तेजस्वी यादव को सलाह दी कि वे अपना नेता प्रतिपक्ष का पद बचाने पर ध्यान केंद्रित करें।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान उन्होंने 'इंडिया ब्लॉक' का जिक्र करते हुए तेजस्वी यादव और राहुल गांधी पर बिहार के लोगों के अपमान का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि इस गठबंधन ने बिहार के लोगों को अपमानित करने की जिम्मेदारी ले ली है। उन्होंने केरल कांग्रेस के उस पोस्ट का उल्लेख किया, जिसमें बिहार की तुलना बीड़ी से की गई, इसे बिहार का अपमान बताया।
उन्होंने 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान दरभंगा में प्रधानमंत्री के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी को बिहार की संस्कृति और माताओं के सम्मान के खिलाफ एक कृत्य बताया।
मयूख ने हजरतबल दरगाह के उद्घाटन पत्थर से अशोक चिह्न हटाए जाने को राष्ट्रीय प्रतीक और सम्राट अशोक के सम्मान पर हमला करार दिया।
उन्होंने पूछा कि तेजस्वी यादव और राहुल गांधी इस पर निंदा क्यों नहीं कर रहे हैं। इसे बिहार के गौरव के खिलाफ एक और अपमान बताया गया। मयूख ने कहा कि 'वोटर अधिकार यात्रा' को जनता का समर्थन नहीं मिला, इसीलिए गठबंधन हताशा में बिहार के लोगों का अपमान कर रहा है।
उन्होंने तेजस्वी को सलाह दी कि वे नेता प्रतिपक्ष का पद बचाने पर ध्यान दें, क्योंकि बिहार में एनडीए की सरकार बनने जा रही है।
मयूख ने तेजस्वी के बयानों को खारिज करते हुए कहा कि उनके मंसूबे बर्बाद हो चुके हैं और बिहार की जनता ने जंगलराज को नकार दिया है।