क्या त्रिपुरा में एनसीबी की बड़ी कार्रवाई से ड्रग्स तस्करी पर लगेगा अंकुश?

सारांश
Key Takeaways
- बीएसएफ और एनसीबी का संयुक्त अभियान।
- १६ करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त।
- एक महिला को गिरफ्तार किया गया।
- त्रिपुरा में मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश।
- सहयोगी एजेंसियों के साथ तस्करी के खिलाफ कार्रवाई।
अगरतला, १३ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने सोमवार को एक संयुक्त अभियान में त्रिपुरा में १६ करोड़ रुपए की कीमत के ड्रग्स जब्त किए हैं। ड्रग तस्कर के आरोप में एक महिला को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
बीएसएफ के प्रवक्ता ने बताया कि रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात को, बीएसएफ और एनसीबी ने संयुक्त रूप से सिपाहीजला जिले के सीमावर्ती इलाके बॉक्सनगर से लगभग १६ किलो (लगभग १.६० लाख टैबलेट) से अधिक नशीली मेथामफेटामाइन टैबलेट जब्त कीं, जिसकी कीमत लगभग १६ करोड़ रुपए आंकी गई है।
उन्होंने बताया कि मध्य बॉक्सनगर निवासी लिपिआरा खातून (३३ वर्ष) के घर पर भारी मात्रा में मेथामफेटामाइन टैबलेट, जिन्हें याबा टैबलेट भी कहा जाता है, की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद बीएसएफ जवानों और एनसीबी अगरतला ने एक अभियान चलाते हुए ड्रग्स बरामद की। भूरे रंग के टेप से १६ पैकेटों में लिपटे ये ड्रग्स रसोई के अंदर दबे हुए पाए गए।
इस मामले में मकान मालिक को भी गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि आरोपी महिला को एनसीबी को सौंपा गया है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह सफल संयुक्त अभियान एक बार फिर सहयोगी एजेंसियों के साथ मिलकर त्रिपुरा राज्य में सीमा पार तस्करी और मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए बीएसएफ की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
त्रिपुरा में इसी तरह की एक और घटना के एक हफ्ते के भीतर सोमवार को मादक पदार्थों की एक और जब्ती हुई। ६ अक्टूबर को असम राइफल्स ने सीमा शुल्क अधिकारियों के साथ मिलकर त्रिपुरा में ७० करोड़ रुपए मूल्य का प्रतिबंधित सामान जब्त किया और चार तस्करों को गिरफ्तार किया।
अधिकारियों ने बताया कि मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई में असम राइफल्स ने सीमा शुल्क अधिकारियों के साथ मिलकर मादक पदार्थों की तस्करी के लिए सीमेंट ले जा रहे दो ट्रकों को रोका और लगभग ७० करोड़ रुपए मूल्य की ६९.६१ किलो मेथामफेटामाइन की गोलियां बरामद कीं।