क्या यूपी का एंटी रोमियो स्क्वाड महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा का प्रतीक बन गया?

सारांश
Key Takeaways
- महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एंटी रोमियो स्क्वाड सक्रिय है।
- मिशन शक्ति 5.0 अभियान का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है।
- अभियान में जनसहभागिता को बढ़ावा दिया गया है।
- असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है।
- महिला चौपाल का आयोजन महिलाओं के अधिकारों को जागरूक करता है।
लखनऊ, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रदेश की बेटियों और महिलाओं को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने, आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने के साथ-साथ सुरक्षा का वातावरण सुनिश्चित करने के लिए मिशन शक्ति 5.0 अभियान चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवरात्र के पहले दिन इस अभियान का शुभारंभ किया, जो अभी भी पूरे प्रदेश में जारी है।
इसी क्रम में, यूपी पुलिस ने एक अभूतपूर्व अभियान का संचालन किया, जिसके फलस्वरूप महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था और जनसहभागिता में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है।
मिशन शक्ति अभियान की नोडल ऑफिसर एडीजी पद्मजा चौहान ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एंटी रोमियो स्क्वाड ने सार्वजनिक स्थलों, मंदिरों, बाजारों, मॉल, पार्क और अन्य भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर सतर्कता बढ़ाई। इस दौरान 1,08,292 मंदिरों और सार्वजनिक स्थानों की गहन जांच की गई। अभियान में 9,77,269 व्यक्तियों की जांच की गई, जिनमें संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी गई। कानून व्यवस्था को मजबूत करने और महिलाओं के प्रति अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए कुल 2,542 अभियोग पंजीकृत किए गए।
असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई करते हुए 3,972 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा 3,13,924 लोगों को चेतावनी दी गई और उन्हें सार्वजनिक स्थलों पर अनुशासन बनाए रखने के लिए जागरूक किया गया। प्रदेश भर में 53,237 निरोधात्मक कार्रवाई की गई। इस प्रकार, एंटी रोमियो स्क्वाड का यह अभियान न केवल नवरात्रि के दौरान सुरक्षा का प्रतीक बना, बल्कि समाज में महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के प्रति सकारात्मक संदेश देने में भी सफल रहा।
प्रदेशभर में नवरात्रि पर्व के मौके पर 55,377 पंडालों की स्थापना की गई। सभी पंडालों का पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने निरीक्षण किया, जिससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा में कोई कमी न रहे। इस दौरान 4,947 रामलीला और मेला स्थलों का भी भ्रमण किया गया और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया। योगी सरकार की सख्त निगरानी के चलते सभी धार्मिक कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुए। एंटी रोमियो स्क्वाड, पुलिस बल और स्थानीय प्रशासन की संयुक्त मुस्तैदी ने सुनिश्चित किया कि महिलाओं और बालिकाओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
नवरात्रि के दौरान मंदिरों, धार्मिक स्थलों, मेलों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर कुल 37,337 अधिकारी एवं कर्मचारी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहे। इनमें 411 राजपत्रित अधिकारी, 7,999 निरीक्षक/उपनिरीक्षक, 22,547 मुख्य आरक्षी/आरक्षी और 6,380 होमगार्ड/पीआरडी/एसपीओ आदि शामिल थे, जिन्होंने निरंतर गश्त और निगरानी कर सुरक्षा का वातावरण बनाए रखा। इस सघन तैनाती के कारण पूरे प्रदेश में नवरात्रि और रामलीला पर्व शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुए। श्रद्धालु परिवारों ने न केवल त्योहार का आनंद लिया, बल्कि महिलाएं भी निर्भीक होकर मंदिरों और सार्वजनिक स्थलों पर अपनी सहभागिता दर्ज कराई।
अभियान की नोडल ऑफिसर ने बताया कि नवरात्रि में 39,911 मंदिरों, धार्मिक स्थलों, मेलों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर महिला चौपाल का आयोजन किया गया, जिसमें 20,54,308 लोगों ने प्रतिभाग किया। इसमें 13,53,903 महिलाएं और 7,00,405 पुरुष शामिल हैं। वहीं, महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन मुख्यालय द्वारा योगी सरकार की योजनाओं और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर किए जा रहे सराहनीय कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए 1,56,91,080 फोल्डर, पंफलेट और पेस्टिंग स्टीकर वितरित किए गए।