क्या यूपी के जलालाबाद का नाम 'परशुरामपुरी' रखा जाएगा?

सारांश
Key Takeaways
- जलालाबाद का नाम अब 'परशुरामपुरी' होगा।
- केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस नाम परिवर्तन को मंजूरी दी है।
- जितिन प्रसाद ने नाम परिवर्तन की मांग की थी।
- नए नाम की वर्तनी देवनागरी और रोमन में होनी है।
- यह निर्णय सांस्कृतिक गर्व का प्रतीक है।
नई दिल्ली, 20 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले का जलालाबाद अब 'परशुरामपुरी' नाम से जाना जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस नए नाम को मंजूरी दे दी है और राज्य के मुख्य सचिव को इस संबंध में पत्र लिखा गया है। केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने केंद्र सरकार से जलालाबाद का नाम बदलने की अपील की थी।
गृह मंत्रालय द्वारा जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि 27 जून 2025 को यूपी सरकार ने जलालाबाद का नाम बदलने के लिए एक खत भेजा था। भारतीय सरकार को 'जलालाबाद' का नाम बदलकर 'परशुरामपुरी' करने पर 'कोई आपत्ति नहीं' है।
पत्र में आगे बताया गया है कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय से प्राप्त पत्र संख्या एसएम/28/35/2025 दिनांक 14.08.2025 की प्रति संलग्न की गई है, जिसमें नए नाम की वर्तनी देवनागरी और रोमन लिपियों में सूचित/अनुशंसित की गई है। उत्तर प्रदेश सरकार से अनुरोध किया गया है कि वह नए नाम की वर्तनी देवनागरी (हिंदी), रोमन (अंग्रेजी) और क्षेत्रीय भाषाओं में लिखते हुए आवश्यक राजपत्र अधिसूचना जारी करे।
इसके अलावा, जलालाबाद का नाम बदलने पर उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से लोकसभा सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर स्थित जलालाबाद का नाम परिवर्तित कर 'परशुरामपुरी' करने की अनुमति देने पर गृह मंत्री अमित शाह का हार्दिक धन्यवाद एवं आभार। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हृदय से आभार, वंदन एवं अभिनंदन। आपके मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में आए इस निर्णय ने संपूर्ण सनातनी समाज को गर्व का क्षण प्रदान किया है।''
केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने आगे लिखा, ''भगवान परशुराम जी के चरणों में कोटि-कोटि नमन! आपकी कृपा मात्र से ही इस पुनीत कार्य में निमित्त बन सका। आपकी कृपा दृष्टि संपूर्ण जगत पर बनी रहे।''