क्या यूपी विधानसभा में विजन डॉक्यूमेंट-2047 पर चर्चा होगी?, विपक्ष ने उठाए सवाल

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क्या यूपी विधानसभा में विजन डॉक्यूमेंट-2047 पर चर्चा होगी?, विपक्ष ने उठाए सवाल

सारांश

उत्तर प्रदेश विधानमंडल में विजन डॉक्यूमेंट-2047 पर चर्चा जोर पकड़ रही है। सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के बीच तीखी बहस हो रही है। क्या सरकार अपने वादों को पूरा कर पाएगी? जानिए इस महत्वपूर्ण चर्चा के प्रमुख बिंदु।

Key Takeaways

  • विजन डॉक्यूमेंट-2047 पर चर्चा महत्वपूर्ण है।
  • विपक्ष ने सरकार के विकास वादों पर सवाल उठाए।
  • सरकार ने आत्मनिर्भरता पर जोर दिया।
  • प्रदेश के विकास के लिए नए आयाम शुरू किए जा रहे हैं।
  • कानून व्यवस्था पर विपक्ष के सवाल उठ रहे हैं।

लखनऊ, 13 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश विधानमंडल में राज्य के विकास के लिए विजन डॉक्यूमेंट-2047 पर चर्चा आरंभ हो गई है। यह चर्चा 14 अगस्त को पूर्वाह्न 11 बजे तक जारी रहेगी। चर्चा का विषय है "विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश-2047"। सत्तारूढ़ दल की ओर से विभिन्न मंत्रियों की ड्यूटी लगाई गई है। विपक्ष ने चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष को घेरने का प्रयास किया, जबकि सरकार भी हर प्रश्न का उत्तर दे रही है।

चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने सरकार से पिछले साढ़े आठ वर्षों में किए गए विकास कार्यों पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि विजन डाक्यूमेंट-2047 पर दिए गए 24 घंटे का चर्चा का समय कम है। पूर्व में पेश किए गए विजन डाक्यूमेंट पर भी चर्चा होनी चाहिए।

विजन डॉक्यूमेंट पर सरकार को घेरते हुए सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि भाजपा ने अभी तक युवाओं को रोजगार देने का जो वादा किया था, उसे पूरा नहीं किया है। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि सरकार अब कह रही है कि 22 साल बाद आज के युवा के पोते-पोतियों को नौकरी देंगे। इस पर उन्होंने सवाल उठाया कि 2047 का क्या भरोसा है? सरकार ने 2022 तक सभी को घर देने का वादा किया था, जो अभी तक पूरा नहीं हुआ है।

संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि जब आजादी की 100वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी, तब देश में सबसे विकसित राज्य के रूप में यूपी को स्थापित किया जाएगा। बच्चों को आत्मनिर्भर बनने के लिए शिक्षा देने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश ने बीते साढ़े आठ साल में शिक्षा और स्वास्थ्य सहित सभी क्षेत्रों में प्रगति की है। अब 2047 तक विकसित प्रदेश बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

खन्ना ने कहा कि राज्य को पूर्वांचल, पश्चिमांचल, मध्यांचल और दक्षिणांचल के चार क्षेत्रों में विभाजित कर विकास की रूपरेखा तैयार की जा रही है। हर अंचल में विकास के नए आयाम शुरू किए जा रहे हैं। हालांकि, नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है और अराजकता फैलाने का आरोप सत्ता पक्ष पर लगाया।

Point of View

जिससे जनता की उम्मीदों को पूरा किया जा सके। यदि सरकार अपने वादों को पूरा नहीं कर पाती, तो इसका नकारात्मक प्रभाव चुनावों पर भी पड़ सकता है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

विजन डॉक्यूमेंट-2047 क्या है?
यह एक विकासात्मक योजना है जो उत्तर प्रदेश के भविष्य के विकास और प्रगति के लिए बनाई गई है।
इस चर्चा में विपक्ष ने क्या सवाल उठाए?
विपक्ष ने सरकार से विकास कार्यों और वादों पर जवाब मांगा है, विशेषकर रोजगार और किसानों के मुद्दों पर।
सरकार ने 2047 तक क्या वादे किए हैं?
सरकार ने 2047 तक उत्तर प्रदेश को एक विकसित राज्य बनाने और सभी को घर देने का वादा किया है।