क्या उत्तर प्रदेश में नवचयनितों ने निष्पक्षता के साथ मिली नियुक्ति के अनुभव साझा किए?

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क्या उत्तर प्रदेश में नवचयनितों ने निष्पक्षता के साथ मिली नियुक्ति के अनुभव साझा किए?

सारांश

लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में स्वास्थ्य विभाग में 1,112 कनिष्ठ सहायकों और 22 एक्सरे टेक्नीशियन को नियुक्ति पत्र दिया गया। नवचयनितों ने पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया का अनुभव साझा किया, जिसमें उन्होंने बिना किसी भेदभाव के नौकरी मिलने की बात कही। इस प्रक्रिया ने युवाओं के लिए रोजगार के नए दरवाजे खोले हैं।

Key Takeaways

  • निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया
  • कोई रिश्वत नहीं
  • योग्यता के आधार पर चयन
  • महिलाओं को भी मिलीं नियुक्तियां
  • युवाओं का उज्ज्वल भविष्य

लखनऊ, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग में चयनित 1,112 कनिष्ठ सहायकों एवं 22 एक्सरे टेक्नीशियन को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए। इनमें से कई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन सभागार में नियुक्ति पत्र सौंपा। नवचयनितों ने एक साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद किया।

उन्होंने कहा कि हमें युवाओं को कड़ी मेहनत का फल मिला है। चयनित अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में पारदर्शी एवं निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया के सफलतापूर्वक संपन्न होने के लिए आभार व्यक्त किया। अभ्यर्थियों ने निष्पक्ष और शुचितापूर्ण हुई भर्ती प्रक्रिया का उल्लेख किया। उनका कहना था कि हमें बिना भेदभाव, बिना पैसे दिए और बिना किसी सिफारिश के योग्यता के आधार पर नौकरी मिल रही है।

उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में कनिष्ठ सहायक के पद पर नियुक्त हुईं सीतापुर की पंखुड़ी गुप्ता का मानना है कि यह सरकार की एक बड़ी उपलब्धि है। आज युवा कड़ी मेहनत की बदौलत पारदर्शी तरीके से सरकारी नौकरी पा रहे हैं। इस कारण से मुझे भी सरकारी नौकरी मिल पाई है। मैं मुख्यमंत्री को दिल से धन्यवाद करती हूं।

कनिष्ठ सहायक सीतापुर के वैभव मिश्रा ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि सरकार युवाओं के प्रति समर्पित है। आज का कार्यक्रम इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। उन्होंने मुख्यमंत्री से नियुक्ति पत्र मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि योगी सरकार तेजी से युवाओं को नियुक्ति दे रही है। मुख्यमंत्री जी युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के प्रति कृत संकल्पित हैं। रिकॉर्ड युवाओं की निष्पक्ष नियुक्तियां इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं।

श्रद्धा शुक्ला ने कहा कि पूर्व की सरकारों में नियुक्ति के लिए रिश्वत देनी पड़ती थी, लेकिन आज नियुक्ति केवल काबिलियत के आधार पर मिलती है। सरकारी नौकरी के लिए रिश्वत गुजरे जमाने की बात हो गई है। मुख्यमंत्री योगी ने पारदर्शी प्रक्रिया से नियुक्ति देकर उत्तम प्रदेश का नया मार्ग प्रशस्त किया है। इस नौकरी के लिए सिफारिश या एक रुपए रिश्वत भी नहीं दी गई। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी का दिल से आभार व्यक्त करती हूं।

अयोध्या के आदित्य पाठक ने कहा कि मुख्यमंत्री की वजह से हम सभी निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया का हिस्सा बन पा रहे हैं। सरकार सुरक्षा से लेकर रोजगार देने तक संवेदनशील है। पिछले आठ वर्षों में महिलाओं को भी बड़ी संख्या में नियुक्तियां दी गई हैं। सीएम योगी के नेतृत्व में महिलाएं खुद को सुरक्षित और मजबूत महसूस कर रही हैं। सीएम योगी हमारे लिए नंबर वन हैं।

Point of View

NationPress
08/09/2025

Frequently Asked Questions

नवचयनितों को नियुक्ति पत्र कब दिया गया?
नवचयनितों को 8 सितंबर को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया।
कितने कनिष्ठ सहायकों को नियुक्त किया गया?
कुल 1,112 कनिष्ठ सहायकों को नियुक्त किया गया।
मुख्यमंत्री ने किस स्थान पर नियुक्ति पत्र दिया?
मुख्यमंत्री ने लोकभवन सभागार में नियुक्ति पत्र दिया।
इस भर्ती प्रक्रिया की विशेषता क्या है?
यह भर्ती प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी थी, जिसमें कोई भेदभाव या रिश्वत नहीं मांगी गई।
इस प्रक्रिया का लाभ किसे मिला?
युवाओं को, जिन्होंने कड़ी मेहनत की और योग्यता के आधार पर नौकरी पाई।