क्या 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना' वैशाली के किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है?

सारांश
Key Takeaways
- किसानों को 6,000 रुपए की वार्षिक सहायता
- तीन किस्तों में आर्थिक सहायता
- कृषि संसाधनों की उपलब्धता में सुधार
- किसानों की आत्मनिर्भरता में वृद्धि
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का योगदान
वैशाली, 20 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना बिहार के वैशाली जिले के किसानों के लिए एक आर्थिक संबल के रूप में उभरी है। इस योजना के तहत किसानों को प्रतिवर्ष 6,000 रुपए की आर्थिक सहायता तीन किस्तों में प्रदान की जाती है, जो उनकी खेती-बाड़ी की लागत को पूरा करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
इस योजना से लाभान्वित किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने छोटे और मध्यम वर्ग के किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए इस पहल की शुरुआत की।
वैशाली जिले के किसान वीर बहादुर सिंह ने बताया कि इस योजना ने उनकी जिंदगी में बड़ा बदलाव लाया है। उन्होंने कहा, "पहले समय पर बीज और खाद खरीदने के लिए पैसे की कमी के कारण फसल की बुवाई में देरी होती थी, लेकिन अब इस योजना की सहायता से समय पर खेती-बाड़ी हो रही है।"
पिछले 40 वर्षों से खेती कर रहे वीर बहादुर सिंह ने बताया कि यह राशि उनके लिए वरदान साबित हुई है। इससे न केवल उपज बढ़ी है, बल्कि मुनाफा भी होने लगा है। उन्होंने कहा कि हम जैसे छोटे किसानों के लिए यह योजना किसी संजीवनी से कम नहीं है। इसके लिए हम प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त करते हैं।
इसी तरह, वैशाली के एक अन्य किसान राम प्रवेश राय ने भी योजना की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस योजना से मिलने वाली राशि से खाद, बीज और अन्य कृषि सामग्री खरीदना आसान हो गया है। पहले पैसे की कमी के कारण कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।
60 वर्षों से खेती कर रहे राम प्रवेश राय ने बताया कि यह योजना उनके लिए सबसे बड़ा सहारा बनी है। उन्होंने कहा कि पहले किसी सरकार ने हम छोटे किसानों की इतनी चिंता नहीं की, जितनी मोदी सरकार ने की। इस योजना ने हमारी खेती को नई दिशा दी है। इस योजना से समय पर संसाधन उपलब्ध होने के कारण फसल की गुणवत्ता और उत्पादन में सुधार हुआ है। यह योजना न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रही है, बल्कि उनकी आत्मनिर्भरता को भी बढ़ा रही है।