क्या कुछ जिहादी या विधर्मी नकली हिंदू बनकर धर्म को बदनाम कर रहे हैं?

सारांश
Key Takeaways
- कांवड़ यात्रा धार्मिक आस्था का प्रतीक है।
- नकली हिंदू बनकर धर्म का अपमान करना गलत है।
- सरकार को ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
- स्थानीय कलाकारों को बढ़ावा देना आवश्यक है।
- हिंदू समाज अब जागरूक हो चुका है।
नई दिल्ली, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। 'ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन' (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के कांवड़ यात्रा में गुंडागर्दी रोकने संबंधी बयान पर विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीराज नायर ने गुरुवार को तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कुछ जिहादी या विधर्मी, नकली हिंदू बनकर हमारे धर्म का अपमान कर रहे हैं।
वीएचपी के प्रवक्ता श्रीराज नायर ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "कांवड़ यात्रा एक धार्मिक और पवित्र अनुष्ठान है, जिसमें कांवड़ यात्री पूर्ण शुद्धता का पालन करते हैं। ऐसे में यदि कुछ जिहादी या विधर्मी तत्व नकली हिंदू बनकर या हिंदू नाम लेकर भोजन परोसते हैं, तो यह धर्म का अपमान है। सरकार को ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। हिंदुओं का यह अधिकार है कि वे कहां से भोजन या जल ग्रहण करें, यह उनकी धार्मिक आस्था और परंपरा से जुड़ा है, जिसका सम्मान होना चाहिए।"
भारत में पाकिस्तानी मीडिया पर बैन हटाने की घटना पर नायर ने कहा, "पाकिस्तान मूल के किसी भी कलाकार या कंटेंट क्रिएटर को भारत में स्थान नहीं मिलना चाहिए। भारत की एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में पर्याप्त प्रतिभा है, और हमें अपने स्थानीय कलाकारों को बढ़ावा देना चाहिए। पाकिस्तानी कलाकार भारत में पैसा कमाकर उसे आतंकी गतिविधियों में लगाते हैं, जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा है। इसलिए न सिर्फ उनके कंटेंट, बल्कि सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी स्थायी बैन लगाया जाना चाहिए। यह हमारी स्पष्ट और दृढ़ मांग है।"
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र के बाद बिहार में मतदाता पुनरीक्षण पर आपत्ति जताने के मुद्दे पर वीएचपी प्रवक्ता ने कहा, "राहुल गांधी महाराष्ट्र चुनाव परिणाम के बाद बौखलाए हुए हैं। तुष्टीकरण की राजनीति, मुल्ला-मौलवियों को खुश करने और मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण के बावजूद कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। बिहार में भी उनका कोई वजूद नहीं बचा है। तेजस्वी यादव मुस्लिमों को डराकर वोट खींचने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन हिंदू समाज अब जागरूक हो चुका है और वक्फ बोर्ड द्वारा हिंदू संपत्ति और मंदिरों पर दावों को लेकर सतर्क है। बिहार में पूरा हिंदू समाज एनडीए के साथ खड़ा रहेगा।