क्या वियतनाम में बुआलोई तूफान ने कहर बरपाया? मौत का आंकड़ा 11 तक पहुंचा; 33 घायल और 13 लापता

सारांश
Key Takeaways
- बुआलोई तूफान ने 11 लोगों की जान ली है।
- 33 लोग घायल और 13 लोग लापता हैं।
- स्थानीय अधिकारियों को कई निर्देश दिए गए हैं।
- मूसलधार बारिश से बाढ़ और भूस्खलन की संभावना है।
- बुआलोई वियतनाम में दसवां टाइफून बन सकता है।
हनोई, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। वियतनाम में बुआलोई तूफान ने अपार विनाश किया है। इस तूफान के चलते मौत का आंकड़ा बढ़कर 11 हो गया है, जबकि 13 लोग अब भी लापता हैं। एक स्थानीय दैनिक समाचार पत्र के अनुसार, 33 लोग घायल हुए हैं।
उत्तरी वियतनाम के निन्ह बिन्ह प्रांत में छह लोगों की मौत हो गई है और सात अन्य घायल हुए हैं। न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने न्हान दान (पीपुल्स) के हवाले से बताया कि पूरे प्रांत में 10 घरों को नुकसान पहुंचा है और 10 अन्य की छतें उड़ गईं।
स्थानीय मीडिया आउटलेट वीएनएक्सप्रेस ने प्रांतीय कृषि एवं पर्यावरण विभाग के हवाले से कहा कि लगभग 30 बिजली के खंभे गिर गए, जबकि कई पेड़ और चावल के बड़े खेत भी नष्ट हो गए।
कृषि एवं पर्यावरण मंत्रालय के अनुसार, सोमवार सुबह तक क्वांग त्रि और जिया लाई प्रांतों में 17 लोग लापता हैं।
ह्यू नामक शहर और थान होआ प्रांत में बाढ़ और पेड़ गिरने से दो लोगों की मौत की सूचना है। संयंत्र के एक प्रतिनिधि ने जानकारी दी कि रविवार रात करीब 10 बजे, भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण सेंट्रल हा तिन्ह प्रांत में स्थित एक ताप विद्युत संयंत्र की कोयला भंडारण छत गिर गई। इसका मरम्मत में कई महीने लग सकते हैं।
यह याद रखें कि टाइफून रागासा के बाद अब बुआलोई ने इस वर्ष कहर बरपाया है। बुआलोई वियतनाम को प्रभावित करने वाला दसवां टाइफून बन सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय अधिकारियों को पूर्वानुमानों पर ध्यान देने, मछली पकड़ने वाले जहाजों को सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह देने, बचाव दल और उपकरण जुटाने, और लोगों तथा संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही स्थिति को लेकर संबंधित मंत्रालय को नियमित रिपोर्ट भेजने का भी आदेश है।
इस महीने की शुरुआत में, टाइफून रागासा ने वियतनाम में दस्तक दी थी। देश के उत्तरी और मध्य क्षेत्रों के कई तटीय इलाकों में जहाजों के समुद्र में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि मूसलाधार बारिश से निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है और खड़ी ढलानों पर भूस्खलन की भी संभावना है।