क्या बरेली पोस्टर विवाद में नगर निगम की कार्रवाई महत्वपूर्ण है?

सारांश
Key Takeaways
- नगर निगम ने अवैध दुकानों को चिन्हित किया है।
- दुकानदारों को तुरंत दुकानें खाली करने के लिए कहा गया है।
- बरेली में हालात तनावपूर्ण हैं।
- अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई आवश्यक है।
- दुकानदारों को समय देना चाहिए।
बरेली, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के बरेली में अतिक्रमण के खिलाफ नगर निगम ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। सोमवार को कई दुकानों को चिन्हित करते हुए नगर निगम की टीम ने लाल रंग का क्रॉस निशान लगाया है। इसके साथ ही, दुकानदारों को तुरंत अपनी दुकानें खाली करने के लिए कहा गया है।
जानकारी के अनुसार, बरेली के थाना कोतवाली इलाके में मजार के पीछे एक मार्केट में अतिक्रमण कर दुकानें खोली गई थीं। नगर निगम की एक टीम पुलिस बल के साथ सोमवार को इस इलाके में पहुंची। टीम ने अपनी कार्रवाई करते हुए तीनों दुकानों को चिन्हित किया और दुकानदारों से तुरंत दुकानें खाली करने का निर्देश दिया है।
नगर निगम के एक कर्मचारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह अतिक्रमण है। इस भूमि पर बनी दुकानों को चिन्हित किया गया है। उन्होंने कहा कि दुकान खाली होने के बाद इन्हें सील किया जाएगा। नगर निगम के कर्मचारी ने बताया कि अतिक्रमण करके लगभग 38 दुकानें बनाई गई थीं।
नगर निगम की कार्रवाई पर दुकानदारों ने कहा कि हमें कुछ ही घंटों का समय दिया गया है, लेकिन हमारी मांग है कि हमें इतना समय मिलना चाहिए कि हम अपना सामान हटा सकें।
एक दुकानदार ने यह स्वीकार किया कि इस बिल्डिंग पर पहले से ही स्टे लगी हुई है। हम केवल यहां किराएदार हैं।
दुकानदार ने नगर निगम की कार्रवाई का समर्थन किया और कहा कि हम इसके खिलाफ नहीं हैं। हमें बस अपना सामान हटाने के लिए समय चाहिए।
बरेली में नगर निगम ने यह कार्रवाई उस समय की है, जब शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद 'आई लव मोहम्मद' पोस्टर के साथ हुए प्रदर्शन के कारण तनाव उत्पन्न हो गया था।
स्थिति को संभालते हुए पुलिस ने बल का प्रयोग किया। इस मामले में बरेली के मौलाना तौकीर रजा भी गिरफ्तार हुए हैं।