क्या ट्रंप के साथ नक्शे को लेकर जेलेंस्की की हुई लंबी चर्चा?

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क्या ट्रंप के साथ नक्शे को लेकर जेलेंस्की की हुई लंबी चर्चा?

सारांश

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमीर जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ एक नक्शे को लेकर विस्तृत चर्चा की। इस नक्शे में ऐसे क्षेत्रों को दर्शाया गया था, जिन पर रूस ने कब्जा किया है। जानिए इस बातचीत के पीछे का सच और इसके संभावित परिणाम क्या हो सकते हैं।

Key Takeaways

  • यूक्रेन के राष्ट्रपति और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच बातचीत हुई।
  • बातचीत का मुख्य विषय रूसी कब्जा वाले क्षेत्रों का नक्शा था।
  • ट्रंप ने जेलेंस्की को शांति वार्ता के लिए कुछ शर्तें दीं।
  • युद्धविराम के लिए डोनबास क्षेत्र को छोड़ने का दबाव है।
  • रूस की सीमा परिवर्तन पर कोई चर्चा नहीं हुई।

वाशिंगटन, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमीर जेलेंस्की ने बताया कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ व्हाइट हाउस (ओवल ऑफिस) में एक नक्शे को लेकर विस्तृत चर्चा की। इस नक्शे में उन यूक्रेनी क्षेत्रों को दर्शाया गया था, जिन पर रूस ने कब्जा किया है।

जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने नक्शे में दर्शाए गए प्रतिशत पर आपत्ति उठाई, क्योंकि वे इस स्थिति को भलीभांति समझते हैं। हालांकि इस मुद्दे पर दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी और गंभीरता से संवाद हुआ।

उन्होंने आगे कहा, "यह कहना संभव नहीं है कि इस बार इतना क्षेत्र कब्जा कर लिया गया है। ये बिंदु महत्वपूर्ण हैं।"

बाद में जब जेलेंस्की ने ट्रंप और यूरोपीय नेताओं से मुलाकात की, तो उन्होंने फिर उस नक्शे का उल्लेख किया। जेलेंस्की ने मज़ाक करते हुए कहा, “मैं सोच रहा हूँ, इसे वापस कैसे लिया जाए।” इस पर ट्रंप ने उत्तर दिया, “हम तुम्हें एक नक्शा दे देंगे।”

असल मुद्दा यह है कि रूस यूक्रेन के किन हिस्सों पर कब्जा बनाए रखेगा और भविष्य में किन क्षेत्रों पर उसका नियंत्रण रहेगा। यही शांति वार्ता में सबसे बड़ा सवाल है। रूस चाहता है कि यूक्रेन, पूर्वी इलाके डोनबास को छोड़ दे और इसके बदले युद्धविराम हो। लेकिन जेलेंस्की इसके लिए तैयार नहीं हैं।

इसी बीच, ट्रंप ने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा कि जेलेंस्की यदि कुछ शर्तें मान लें, तो युद्ध “तुरंत ख़त्म” हो सकता है। इनमें से एक शर्त यह भी है कि 2014 में रूस द्वारा कब्जा किए गए क्रीमिया प्रांत को वापस पाने की कोशिश न की जाए। (क्रीमिया को अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने कभी रूस का हिस्सा नहीं माना।)

नाटो प्रमुख मार्क रुट ने कहा कि यूरोपीय नेताओं ने यूक्रेन की सीमाओं को बदलने पर कोई चर्चा नहीं की। यह फैसला केवल यूक्रेन के राष्ट्रपति का होगा और यदि बातचीत आगे बढ़ती है तो इसे रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ त्रिपक्षीय बैठक में उठाया जा सकता है।

रुट ने कहा कि किसी भी सीमा या इलाके पर चर्चा तभी होगी, जब सभी देश सुरक्षा की गारंटी तय कर लें।

इस बीच, जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ ने बताया कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से फोन पर बात करते हुए अगले दो हफ्तों में जेलेंस्की से मिलने की सहमति दी है। हालांकि बैठक कहाँ होगी, यह तय नहीं हुआ है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि यूक्रेन और रूस के बीच की स्थिति बेहद जटिल है। जेलेंस्की और ट्रंप के बीच बातचीत ने एक बार फिर इस मुद्दे को प्रमुखता दी है। हमारी राष्ट्र की सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए एक संतुलित दृष्टिकोण आवश्यक है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

जेलेंस्की और ट्रंप के बीच क्या चर्चा हुई?
जेलेंस्की और ट्रंप के बीच उस नक्शे पर चर्चा हुई, जिसमें रूस द्वारा कब्जा किए गए यूक्रेनी क्षेत्रों को दर्शाया गया था।
क्या ट्रंप ने जेलेंस्की को कुछ खास शर्तें दी?
जी हाँ, ट्रंप ने सुझाव दिया कि यदि जेलेंस्की कुछ शर्तें मान लें, तो युद्ध समाप्त हो सकता है।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का भविष्य क्या है?
यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन वर्तमान में दोनों पक्षों के बीच वार्ता जारी है।