क्या दूसरी तिमाही में भारत में इंटरनेट यूजर 1.49 प्रतिशत बढ़कर 1017.81 मिलियन हुए?

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क्या दूसरी तिमाही में भारत में इंटरनेट यूजर 1.49 प्रतिशत बढ़कर 1017.81 मिलियन हुए?

सारांश

ट्राई के अनुसार, भारत में इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या में 1.49 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह आंकड़ा अप्रैल-जून तिमाही में 1002.85 मिलियन से बढ़कर जुलाई-सितंबर तिमाही में 1017.81 मिलियन हो गया है। जानें इस वृद्धि के कारण और इसके पीछे की विस्तृत जानकारी।

Key Takeaways

  • भारत में इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 1017.81 मिलियन हो गई है।
  • वायर्ड और वायरलेस उपभोक्ताओं में महत्वपूर्ण अंतर है।
  • ब्रॉडबैंड इंटरनेट उपभोक्ता संख्या में वृद्धि हुई है।
  • वायरलाइन सब्सक्राइबर में गिरावट आई है।
  • मासिक एआरपीयू में वृद्धि देखी गई है।

नई दिल्ली, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) के आंकड़ों के अनुसार, भारत में इंटरनेट उपभोक्ताओं की कुल संख्या अप्रैल-जून तिमाही (वित्तीय वर्ष 26 की पहली तिमाही) के अंत में 1002.85 मिलियन से बढ़कर जुलाई-सितंबर अवधि (वित्तीय वर्ष 26 की दूसरी तिमाही) के अंत में 1017.81 मिलियन हो गई है, जो तिमाही आधार पर 1.49 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।

इस डेटा के अनुसार, 1,070.81 मिलियन इंटरनेट उपभोक्ताओं में से वायर्ड इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 44.42 मिलियन है, जबकि वायरलेस इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 973.39 मिलियन है।

दूसरी ओर, ब्रॉडबैंड इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या इस साल जून के अंत में 979.71 मिलियन से 1.63 प्रतिशत बढ़कर सितंबर के अंत में 995.63 मिलियन हो गई। नैरोबैंड इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या जून तिमाही में 23.14 मिलियन से घटकर सितंबर तिमाही के अंत में 22.18 मिलियन हो गई।

इसी समय, वायरलाइन उपभोक्ताओं की संख्या अप्रैल-जून तिमाही के अंत में 47.49 मिलियन से घटकर सितंबर तिमाही के अंत में 46.61 मिलियन हो गई, जिसमें तिमाही गिरावट की दर 1.84 प्रतिशत रही। साल-दर-साल आधार पर जुलाई-सितंबर तिमाही के अंत में वायरलाइन सब्सक्रिप्शन में 26.21 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

वायरलाइन टेली-डेंसिटी पहली तिमाही के अंत में 3.36 प्रतिशत से घटकर दूसरी तिमाही के अंत में 3.29 प्रतिशत हो गई, जिसमें तिमाही गिरावट की दर 2.06 प्रतिशत रही। इसी बीच, वायरलेस सेवा के लिए मासिक औसत राजस्व प्रति उपयोगकर्ता (एआरपीयू) पहली तिमाही में 186.62 रुपए से 2.34 प्रतिशत बढ़कर इस वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में 190.99 रुपए हो गया।

इस तिमाही में वायरलेस सेवा के लिए मासिक एआरपीयू में भी साल-दर-साल आधार पर 10.67 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।

प्रीपेड खंड के लिए हर महीने का एआरपीयू 189.69 रुपए है, और पोस्टपेड खंड के लिए हर महीने का एआरपीयू इस तिमाही में 204.55 रुपए है। पूरे भारत के औसत के अनुसार कुल एमओयू हर महीने 0.10 प्रतिशत कम हो गया, जो अप्रैल-जून अवधि में 1006 था और जुलाई-सितंबर अवधि के अंत में 1005 हो गया।

कुल इंटरनेट उपभोक्ता आधार में 995.63 मिलियन ब्रॉडबैंड इंटरनेट उपभोक्ता और 22.18 मिलियन नैरोबैंड इंटरनेट उपभोक्ता शामिल हैं।

Point of View

जो कि डिजिटल इंडिया के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमें निरंतर प्रयास करने की आवश्यकता है ताकि हर भारतीय नागरिक इंटरनेट सेवाओं का लाभ उठा सके।
NationPress
05/12/2025

Frequently Asked Questions

क्या भारत में इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ रही है?
हाँ, ट्राई के अनुसार, दूसरी तिमाही में इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 1.49 प्रतिशत बढ़कर 1017.81 मिलियन हो गई है।
वायर्ड और वायरलेस इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या कितनी है?
वायर्ड इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 44.42 मिलियन है, जबकि वायरलेस इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 973.39 मिलियन है।
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