क्या मिले-जुले वैश्विक संकेतों के बीच लाल निशान में खुला भारतीय शेयर बाजार?

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क्या मिले-जुले वैश्विक संकेतों के बीच लाल निशान में खुला भारतीय शेयर बाजार?

सारांश

आज के कारोबारी सत्र में भारतीय शेयर बाजार ने मिले-जुले वैश्विक संकेतों के बीच मामूली गिरावट के साथ शुरुआत की। जानें, किन सेक्टरों में बिकवाली हुई और भविष्य में क्या संभावनाएं हैं।

Key Takeaways

  • भारतीय शेयर बाजार में आज मामूली गिरावट आई।
  • सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में गिरावट दर्ज की गई।
  • मेटल, ऑटो और आईटी सेक्टर में बिकवाली प्रमुख रही।
  • विदेशी और घरेलू निवेशकों ने बिकवाली जारी रखी।
  • विश्लेषकों का मानना है कि दीर्घकालिक प्रभाव नहीं होगा।

मुंबई, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मिले-जुले वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार ने आज मामूली गिरावट के साथ शुरुआत की। शुरुआती कारोबार में मेटल, ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक, फार्मा और फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में बिकवाली

सुबह लगभग 9:28 बजे, सेंसेक्स 75.59 अंक या 0.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 83,357.30 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 18.25 अंक या 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,442.75 पर था।

विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिका-भारत व्यापार समझौते को लेकर की जाने वाली चिंताएं और जेन स्ट्रीट पर सेबी की रिपोर्ट के परिणाम बाजार को प्रभावित करेंगे।

जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार, डॉ. वीके विजयकुमार ने कहा, "9 जुलाई की टैरिफ डेडलाइन से पहले अमेरिका और भारत के बीच संभावित अंतरिम व्यापार सौदे की खबरें हैं। यदि ऐसा होता है, तो यह सकारात्मक होगा। जेन स्ट्रीट पर नियामक कार्रवाई और इसके प्रभावों पर बाजार की पैनी नजर रहेगी।"

उन्होंने कहा कि डेरिवेटिव ट्रेडिंग में गिरावट आने की संभावना है, जिसका असर स्टॉक एक्सचेंजों और कुछ ब्रोकरेज पर पड़ेगा। इससे उनके शेयर की कीमतों पर भी असर होगा। अल्पकालिक मुद्दों का बाजार पर कोई दीर्घकालिक प्रभाव नहीं पड़ने की संभावना है।

शुरुआती कारोबार में निफ्टी बैंक 50.95 अंक या 0.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 56,980.95 पर था।

निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 8.20 अंक या 0.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,669.55 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 7.60 अंक या 0.04 प्रतिशत की गिरावट के साथ 19,025.45 पर था।

इस बीच, सेंसेक्स पैक में बीईएल, टेक महिंद्रा, टाइटन, बजाज फाइनेंस, एचसीएल टेक, एसबीआई, टाटा स्टील और आईसीआईसीआई बैंक शीर्ष लूजर्स रहे। ट्रेंट, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, बजाज फिनसर्व, एशियन पेंट्स और एचडीएफसी बैंक शीर्ष गेनर्स रहे।

संस्थागत मोर्चे पर, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने लगातार पांचवें दिन अपनी बिकवाली का सिलसिला जारी रखा और 4 जुलाई को 760.11 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने भी उसी दिन 1,028.84 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।

एशियाई बाजारों में बैंकॉक, हांगकांग, जापान, चीन और जकार्ता लाल निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि केवल सोल हरे निशान में कारोबार कर रहा था।

अमेरिकी बाजारों में आखिरी कारोबारी सत्र गुरुवार को डाउ जोंस 344.11 अंक या 0.77 प्रतिशत की बढ़त के साथ 44,828.53 पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 इंडेक्स 51.93 अंक या 0.83 प्रतिशत की बढ़त के साथ 6,279.35 पर बंद हुआ और नैस्डैक 207.97 अंक या 1.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ 20,601.10 पर बंद हुआ।

Point of View

यह स्पष्ट है कि भारतीय शेयर बाजार मौजूदा वैश्विक और आर्थिक परिप्रेक्ष्य में अनिश्चितता का सामना कर रहा है। हमें उम्मीद है कि सरकार और नियामक इस स्थिति को सुधारने के लिए सही कदम उठाएंगे।
NationPress
04/09/2025

Frequently Asked Questions

भारतीय शेयर बाजार में आज क्या हुआ?
आज भारतीय शेयर बाजार में मिले-जुले वैश्विक संकेतों के बीच मामूली गिरावट आई।
सेंसेक्स और निफ्टी में कितनी गिरावट आई?
सेंसेक्स में 75.59 अंक और निफ्टी में 18.25 अंक की गिरावट आई।
कौन से सेक्टर में बिकवाली हुई?
शुरुआती कारोबार में मेटल, ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक, फार्मा और फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में बिकवाली देखी गई।
विदेशी निवेशकों की स्थिति क्या है?
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने लगातार पांचवें दिन बिकवाली की है।
क्या बाजार में दीर्घकालिक प्रभाव होगा?
विश्लेषकों का मानना है कि अल्पकालिक मुद्दों का दीर्घकालिक प्रभाव नहीं पड़ेगा।