क्या दिल्ली-एनसीआर आवासीय बाजार ने जुलाई-सितंबर में 19 प्रतिशत की शानदार वृद्धि दर्ज की?

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क्या दिल्ली-एनसीआर आवासीय बाजार ने जुलाई-सितंबर में 19 प्रतिशत की शानदार वृद्धि दर्ज की?

सारांश

दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के आवासीय बाजार ने जुलाई से सितंबर 2023 के बीच 19 प्रतिशत की अभूतपूर्व वृद्धि दिखाई। यह वृद्धि स्थिर आर्थिक स्थितियों और उच्च मांग से प्रेरित है। जानें इस रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु और क्या है इस वृद्धि के पीछे का कारण।

Key Takeaways

  • दिल्ली-एनसीआर में 19 प्रतिशत का सालाना वृद्धि दर दर्ज किया गया।
  • प्रीमियम और लक्जरी संपत्तियों की मांग बढ़ी है।
  • गुरुग्राम और नोएडा के माइक्रो मार्केट्स में उच्च गतिविधि है।
  • आवासीय बाजार में खरीदारों का विश्वास मजबूत हो रहा है।
  • किराये में भी 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

नई दिल्ली, 13 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में औसत आवासीय कीमतों में जुलाई-सितंबर अवधि में स्थिर आर्थिक परिस्थितियों, कम इन्वेंट्री जोखिम और मजबूत एंड-यूजर डिमांड के कारण सालाना आधार पर 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो टॉप भारतीय शहरों में सबसे अधिक वृद्धि है। यह जानकारी सोमवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।

नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की तीसरी तिमाही के दौरान मूल्य वृद्धि के मामले में दिल्ली-एनसीआर आवासीय बाजार सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला बाजार रहा। यह मजबूत वृद्धि प्रीमियम और लक्जरी संपत्तियों विशेष रूप से गुरुग्राम और नोएडा के स्थापित माइक्रो मार्केट में निरंतर उच्च मांग को दर्शाती है।

प्रीमियमीकरण का चलन बाजार को नया रूप दे रहा है, घर खरीदार बड़े घरों, बेहतर सुविधाओं और रेडी टू मूव इन या लगभग तैयार संपत्तियों को प्राथमिकता दे रहे हैं।

पिछले उच्च-वृद्धि चरणों के बाद, जहां कुल बिक्री मात्रा में स्थिरता देखी गई, वहीं लेन-देन का अंतर्निहित बिक्री मूल्य लगातार बढ़ता रहा, जिससे खरीदारों का विश्वास और डेवलपर का हाई-टिकट लॉन्च पर ध्यान केंद्रित हुआ।

नाइट फ्रैंक इंडिया के कार्यकारी निदेशक (नॉर्थ) मुदस्सिर जैदी ने कहा, "यह वृद्धि सकारात्मक है। यह वास्तविक एंड यूजर के विश्वास और क्वालिटी इन्वेंट्री की घटती सप्लाई द्वारा समर्थित है। हाई-वैल्यू सेगमेंट अग्रणी बना हुआ है, जिससे एनसीआर की भारत में हाई-ग्रोथ रेजिडेंशियल डेस्टिनेशन के रूप में स्थिति पुष्ट होती है।"

हालांकि 2024 की तीसरी तिमाही के असाधारण प्रदर्शन की तुलना में समग्र पैन इंडिया लीजिंग वॉल्यूम में मामूली गिरावट देखी गई, दिल्ली-एनसीआर में स्थिर मांग बनी रही।

ग्रॉस लीजिंग मुख्य रूप से वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) से निरंतर स्थान अधिग्रहण और बीएफएसआई तथा परामर्श क्षेत्रों में घरेलू कॉर्पोरेट विस्तार योजनाओं की वजह से देखी गई।

हाई-क्वालिटी ग्रेड ए सप्लाई पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ ऑक्यूपायर्स की निरंतर रुचि ने किराये पर दबाव बनाए रखा। तिमाही के दौरान एनसीआर में औसत ऑफिस किराये में सालाना आधार पर 9 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई।

रिपोर्ट में कहा गया है कि गुरुग्राम के साइबर सिटी और गोल्फ कोर्स रोड जैसे माइक्रो मार्केट, नोएडा के प्राइम लोकेशन के साथ एक्टिविटी के प्रमुख चालक बने रहे, जिन्हें लिमिटेड नई सप्लाई और स्थापित संपत्तियों में हाई ऑक्यूपेंसी लेवल का लाभ मिला। तिमाही के दौरान शहर में 15 लाख वर्ग फुट नए ऑफिस स्पेस भी निर्मित हुए, जिससे निर्माण कार्यों में 42 प्रतिशत की महत्वपूर्ण वृद्धि हुई।

Point of View

जो न केवल खरीदारों के लिए बल्कि डेवलपर्स के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है। राष्ट्रीय स्तर पर हमें इस दिशा में निरंतरता बनाए रखने की आवश्यकता है, ताकि आवासीय क्षेत्र में स्थिरता और विकास सुनिश्चित किया जा सके।
NationPress
13/10/2025

Frequently Asked Questions

दिल्ली-एनसीआर में आवासीय बाजार में वृद्धि के मुख्य कारण क्या हैं?
मुख्य कारणों में स्थिर आर्थिक स्थिति, कम इन्वेंट्री जोखिम और मजबूत एंड-यूजर डिमांड शामिल हैं।
क्या यह वृद्धि स्थायी है?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह वृद्धि उच्च मांग और क्वालिटी इन्वेंट्री की घटती सप्लाई से समर्थित है।
गुरुग्राम और नोएडा में कौन से माइक्रो मार्केट्स प्रमुख हैं?
गुरुग्राम के साइबर सिटी और गोल्फ कोर्स रोड, और नोएडा के प्राइम लोकेशन प्रमुख माइक्रो मार्केट्स हैं।